राफेल से ताजा हुई बिजली परियोजना घोटाले की याद
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: राफेल विमान मामले को लेकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने उत्तराखंड
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: राफेल विमान मामले को लेकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने उत्तराखंड बिजली परियोजना घोटाले का मुद्दा उठाया है। भाजपा पर भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी पर भी सवाल उठाए गए हैं।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता मनीष कर्णवाल की ओर से मीडिया को जारी बयान में कांग्रेस ने आरोप लगाया कि फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति ओलांद के बयान के बाद स्पष्ट है कि प्रधानमंत्री ने अपने उद्योगपति मित्र को लाभ पहुंचाने के लिए हजारों करोड़ का घोटाला किया है। यही कारण था कि सार्वजनिक क्षेत्र की स्वदेशी विमान निर्माण में अनुभवी कंपनी ¨हदुस्तान एयरोनॉटिक्स कंपनी के बजाय डील के 12 दिन पहले वजूद में आई अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस डिफेंस लिमिटेड को काम दे दिया गया। इससे यह भी साबित हो गया है कि घोटाला होने के कांग्रेस के आरोप सही हैं। इससे कुछ साल पहले उत्तराखंड में हुए एक घोटाले की यादें ताजा हो गई। आरोप लगाया कि राज्य में भाजपा सरकार और रमेश पोखरियाल निशंक के मुख्यमंत्री रहने के दौरान 56 बिजली परियोजनाओं के निर्माण के ठेकों के आवंटन में घोटाला हुआ था। योजना निर्माण के लिए अनिवार्य शर्त थी कि कंपनी के पास पूर्व में बिजली परियोजना निर्माण का अनुभव होना चाहिए, लेकिन इस शर्त की चहेतों के लिए कैसे तोड़ा गया इसका खुलासा कैग रिपोर्ट में हुआ है। कैग ने अपनी रिपोर्ट मे बताया के कृपा प्राप्त कंपनियों में जनरेटर इंस्ट्रॉल करने के अनुभव को बिजली निर्माण का अनुभव मान लिया गया।