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चीनी मिल के तुगलकी फरमान से किसान परेशान

जागरण संवाददाता, रुड़की: लिब्बरहेड़ी चीनी मिल के तुगलकी फरमान से किसान परेशान हैं। चीन

By JagranEdited By: Published: Tue, 20 Nov 2018 08:38 PM (IST)Updated: Tue, 20 Nov 2018 08:38 PM (IST)
चीनी मिल के तुगलकी फरमान से किसान परेशान
चीनी मिल के तुगलकी फरमान से किसान परेशान

जागरण संवाददाता, रुड़की: लिब्बरहेड़ी चीनी मिल के तुगलकी फरमान से किसान परेशान हैं। चीनी मिल की ओर से मात्र अगेती प्रजाति में 0238 का गन्ना ही खरीदा जा रहा है। इसे लेकर किसान परेशान हैं। किसानों ने इस मामले में गन्ना मंत्री से शिकायत की है। वहीं, गन्ना मंत्री ने मामले में जांच के निर्देश दिए हैं।

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लिब्बरहेड़ी चीनी मिल ने 14 नवंबर को पेराई सत्र की शुरुआत कर दी थी। सबसे पहले अगेती प्रजाति का गन्ना ही खरीदा जा रहा है। चीनी मिल की ओर से शर्त लगा दी गई है कि केवल अगेती प्रजाति में 0238 प्रजाति का गन्ना ही खरीदा जाएगा। यदि कोई किसान 8436 या दूसरी गन्ने की प्रजाति का गन्ना लेकर चीनी मिल पहुंच रहा है, तो उसको वापस कर दिया जा रहा है। इसकी वजह से किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। किसान महकार ¨सह और जितेंद्र आदि ने इस बारे में गन्ना मंत्री से शिकायत की है। वहीं, गन्ना मूल्य निर्धारण परामर्श समिति के सदस्य सुशील त्यागी के नेतृत्व में किसानों के एक प्रतिनिधिमंडल ने गन्ना मंत्री प्रकाश पंत से भी शिकायत की है। गन्ना मंत्री प्रकाश पंत ने गन्ना आयुक्त को जांच कर रिपोर्ट देने को कहा है। गन्ना आयुक्त ललित मोहन रयाल ने सहायक गन्ना आयुक्त से रिपोर्ट तलब की है। उन्होंने कहा कि अगेती प्रजाति का सभी प्रकार का गन्ना खरीदा जाएगा।

मिल प्रबंधन 10 दिन बाद कर रहा अन्य प्रजाति खरीदने की बात

लिब्बरहेड़ी चीनी मिल के वरिष्ठ गन्ना प्रबंधक अनिल कुमार ¨सह ने दावा किया कि चीनी मिल क्षेत्र में 99 फीसद किसानों ने अगेती प्रजाति में 0238 की खरीद की है, इसलिए मिल पहले इसे खरीद रहा है। 8436 प्रजाति देरी से पकती है। इसलिए इसकी खरीद एक दिसंबर के बाद से शुरू की जाएगी।


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