सिविल अस्पताल में मरीजों की कतार
जागरण संवाददाता रुड़की क्लीनिकल इस्टेब्लिशमेंट एक्ट के विरोध में शुक्रवार को भी शहर क
जागरण संवाददाता, रुड़की: क्लीनिकल इस्टेब्लिशमेंट एक्ट के विरोध में शुक्रवार को भी शहर के निजी अस्पताल एवं नर्सिंग होम बंद रहे। वहीं निजी अस्पतालों के बंद होने का असर सिविल अस्पताल में देखने को मिला। अस्पताल के रजिस्ट्रेशन काउंटर पर मरीजों की लंबी कतार लगी रही। भीड़ अधिक होने के कारण लाइन में लगे मरीज कई बार आपस में ही नोकझोंक करते हुए दिखाई दिए।
क्लीनिकल इस्टेब्लिशमेंट एक्ट के विरोध में लगातार आठवें दिन भी निजी अस्पताल एवं नर्सिंग होम बंद रहे। ऐसे में निजी अस्पतालों एवं नर्सिंग होमों में इलाज नहीं मिल पाने के कारण सिविल अस्पताल में मरीजों की भारी भीड़ देखने को मिली। रजिस्ट्रेशन काउंटर पर मरीजों की लंबी-लंबी लाइन लगी रही। हर कोई मरीज अपना पर्चा बनवाने के लिए जद्दोजहद करता हुआ नजर आया। ऐसे में अपनी बारी जल्दी आने को लेकर लाइन में लगे मरीज एवं तीमारदार बीच-बीच में कई बार आपस में ही उलझ गए। शुक्रवार को सिविल अस्पताल की ओपीडी तीन सौ के पार रही। वहीं ट्रॉमा सेंटर में भी इलाज के लिए आने वाले मरीजों की भीड़ रही। सिविल अस्पताल के डॉक्टर नीतिश कुमार ने बताया कि इन दिनों ओपीडी में आने वाले मरीजों की संख्या काफी बढ़ गई है। प्रतिदिन ओपीडी एक सौ के पार पहुंच रही है। ओपीडी में सभी प्रकार के मरीज इलाज के लिए पहुंच रहे हैं।
अस्पताल में खड़ी रही 108
रुड़की: पेट्रोल नहीं मिलने के कारण शुक्रवार को भी 108 एंबुलेंस सिविल अस्पताल में खड़ी नजर आई। इस कारण मरीजों को परेशानी उठानी पड़ी। वहीं 108 के हरिद्वार जिला प्रभारी शंकुल ने बताया कि शुक्रवार दोपहर तक पेट्रोल की कमी के कारण 108 का संचालन बंद रहा लेकिन बाद में पेट्रोल के लिए बजट मिल गया।
उपचार न मिलने पर दम तोड़ा
रुड़की: इमली बंधा रोड निवासी तिलकराम उम्र 65 साल का उपचार के अभाव में निधन हो गया तिलकराम को पिछले कई दिन से पेट में समस्या थी। इसकी वजह से परिजन कई अस्पतालों में लेकर पहुंचे ,लेकिन किसी ने भी भर्ती नहीं किया। जिस पर परिजन शुक्रवार को जौलीग्रांट स्थित अस्पताल में ले जाने की तैयारी कर रहे थे, लेकिन तब तक उनका निधन हो गया।