हरिद्वार: गैंगेस्टर ने सर्राफा कारोबारी की पत्नी से मांगी रंगदारी, एसटीएफ व एसओजी की टीम ने जेल में की छापेमारी
जिला कारागार से गैंगेस्टर इंतजार पहलवान उर्फ भूरा ने दिल्ली में सर्राफा कारोबार करने वाले गुरुग्राम के सर्राफा कारोबारी की पत्नी से रंगदारी में सोने की चेन की मांग की। सर्राफा कारोबारी भी धोखाधड़ी के आरोप इनदिनों हरिद्वार जेल में है।
जागरण संवाददाता, हरिद्वार। जिला कारागार से गैंगेस्टर इंतजार पहलवान उर्फ भूरा ने दिल्ली में सर्राफा कारोबार करने वाले गुरुग्राम के सर्राफा कारोबारी की पत्नी से रंगदारी में सोने की चेन की मांग की। सर्राफा कारोबारी भी धोखाधड़ी के आरोप इनदिनों हरिद्वार जेल में है। डीजीपी के निर्देश पर एसटीएफ उत्तराखंड व हरिद्वार पुलिस की सयुंक्त टीम ने कैदी की पत्नी से सोने की चेन लेने पहुंचे दो आरोपितों को धर लिया। इसके बाद जिला कारागार में छापेमारी करते हुए दो मोबाइल, दो सिम व चार्जर बरामद किए। जेल महानिरीक्षक एपी अंशुमान ने इस सिलसिले में दो वार्डन को निलंबित कर मामले पर जांच बैठा दी है। वहीं, आरोपित गैंगेस्टर इंतजार को टिहरी जेल शिफ्ट करने की तैयारी की जा रही है।
पुलिस के मुताबिक ज्वालापुर कोतवाली की पुलिस ने पिछले दिनों दिल्ली में सर्राफा का कारोबार करने वाले हुड्डा मार्केट गुरुग्राम हरियाणा निवासी वैभव बंसल निवासी को ज्वालापुर के एक सुनार से करीब एक करोड़ की धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार किया था। वह जिला कारागार में बंद है। आरोप है कि कारागार में पहले से बंद गैंगेस्टर इंतजार पहलवान उर्फ भूरा ने वैभव को धमकाया कि अपने घर से पैसे मंगवाए। मना करने पर उसने वैभव की पत्नी मीनाक्षी के मोबाइल पर वाट््सएप कॉल कर बतौर रंगदारी सोने की चेन मांगी। यही नहीं वैभव को जान से मारने की धमकी देने का भी आरोप है।
वैभव के परिवार की शिकायत पर डीजीपी अशोक कुमार ने आइजी लॉ एंड आर्डर व आइजी जेल एपी अंशुमान को मामले की जांच सौंपी। जांच में पता चला कि जेल में बंद इंतजार पहलवान निवासी पुरकाजी मुजफ्फरनगर व नावेद आलम निवासी बहादराबाद ने मोबाइल पर रंगदारी मांगी है। रविवार को एसटीएफ व हरिद्वार पुलिस की टीम ने जाल बिछाते हुए वैभव की पत्नी मीनाक्षी से चेन लेने पहुंचे परवेज आलम व साहिल अली निवासी बहादराबाद को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय, एसटीएफ के एएसपी स्वतंत्र ङ्क्षसह और एसडीएम गोपाल ङ्क्षसह चौहान ने टीम के साथ जेल में छापेमारी की। बैरकों की तलाशी के दौरान दो मोबाइल, दो सिम व चार्जर बरामद हुए। आइजी जेल एपी अंशुमान ने बताया कि हरिद्वार जिला कारागार के वार्डन सुनील तोमर और देवराज सिंह निलंबित कर दिया गया है।
कुछ और कैदियों व बंदी रक्षकों पर तलवार
हरिद्वार: जिला कारागार के कुछ और कैदियों और बंदी रक्षकों पर भी कार्रवाई की तलवार लटक गई है। जेल महानिरीक्षक ने बताया कि पूरे मामले की जांच जेल अधीक्षक स्तर के अधिकारी से कराई जाएगी। जांच में जिन कैदियों या कर्मचारियों के नाम सामने आएंगे, उन पर आपराधिक षडय़ंत्र का आरोपित मानकर कार्रवाई की जाएगी। आइजी ने बताया कि जल्द ही कुछ अन्य कैदियों को भी प्रदेश की दूसरी जेलों में शिफ्ट किया जाएगा।
वैभव ने जेल अफसरों से की थी शिकायत
हरिद्वार: धमकी मिलने पर वैभव ने जेल अधिकारियों से इसकी शिकायत की थी। प्रभारी जेल अधीक्षक एसएम सिंह ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि शिकायत पर जांच करते हुए बैरकों में तलाशी अभियान चलाया गया था। लेकिन उस दौरान इंतजार ने अपना मोबाइल दूसरे बंदी शाहबान को दे दिया था। रविवार को तलाशी के दौरान यह मोबाइल भी बरामद हुआ है।
इंतजार पर दर्ज हैं 28 मुकदमें
हरिद्वार: गैंगेस्टर इंतजार के खिलाफ मुकदमों की लंबी फेहरिस्त है। उसके खिलाफ हरिद्वार के झबरेड़ा थाने के अलावा जसपुर उधमङ्क्षसहनगर, उत्तर प्रदेश में सरसावा, सहारनपुर, शामली, थाना भवन, पुरकाजी, मुजफ्फरनगर, नजीबाबाद बिजनौर, परीक्षितगढ़ मेरठ आदि शहरों में हत्या, लूट, जानलेवा हमले के कुल 28 मुकदमें दर्ज हैं
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