Move to Jagran APP

नासिक का टमाटर आते ही दाम हुए कम, जनता को राहत

रुड़की में नासिक का टमाटर आते ही टमाटर के दाम आधे हो गए हैं। जिससे लोगों ने राहत की सांस ली है।

By Raksha PanthariEdited By: Published: Sun, 26 Aug 2018 08:19 PM (IST)Updated: Mon, 27 Aug 2018 09:14 AM (IST)
नासिक का टमाटर आते ही दाम हुए कम, जनता को राहत
नासिक का टमाटर आते ही दाम हुए कम, जनता को राहत

रुड़की, [जेएनएन]: शहर में नासिक से टमाटर की आवक शुरू हो गई है। इसके साथ ही इसके दाम में 25 से 40 रुपये प्रति किलो पर आ गए है। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में टमाटर के दाम ओर कम हो जाएंगे। 

loksabha election banner

करीब डेढ़ माह तक रुड़की और आसपास के क्षेत्रों में टमाटर के दाम आसमान को छू रहे थे। कांवड़ यात्रा से पहले 30 रुपये किलो तक बिकने वाले टमाटर के दाम 70 रुपये किलो तक पहुंच गए थे। इसकी वजह स्थानीय टमाटर की आवक नहीं के बराबर थी और नासिक से टमाटर आना बंद हो गया था। पर्वतीय जिलों से ही टमाटर की आवक हो रही थी। अब पिछले सप्ताह से नासिक से धीरे-धीरे टमाटर की आवक बढ़ना शुरू हो गई है। 

मंडी निरीक्षक सुबोध कुमार ने बताया कि अभी तक जो टमाटर आ रहा था, वह उत्तराखंड के पर्वतीय जिलों से ही पहुंच रहा था। इसकी आवक भी कम थी। नासिक का टमाटर आना शुरू हो गया है। मंडी में 80 कुंतल टमाटर की आवक हुई है। ऐसे में फुटकर में टमाटर के दाम 35 से 40 रुपये प्रति किलो पर आ गए हैं। जैसे-जैसे आवक बढ़ेगी, टमाटर के दामों में कमी आने की उम्मीद है। 

उधर इस बार आलू के दाम में पिछले दो माह से तेजी बनी हुई है। इसकी वजह पंजाब व हरियाणा से इस समय आलू की आवक कम होना बताया जा रहा है। मंडी में पहले जहां एक हजार से बारह सौ कुंतल आलू प्रतिदिन आता था, अब यह 600 कुंतल ही आ रहा है। ऐसे में आलू के दाम भी 30 रुपये किलो के पार हो गए हैं। मंडी निरीक्षक सुबोध कुमार ने बताया कि आलू बुआई शुरू होने के दौरान कोल्ड स्टोर से आलू निकलना शुरू होगा, तब दाम में कमी आने का अनुमान है। 

यह भी पढ़ें: एकबार फिर रसोर्इ गैस हुर्इ महंगी, देने होंगे इतने रुपये

यह भी पढ़ें: रसोई गैस की कीमतों में हुआ इजाफा, अब देने होंगे इतने रुपये 

यह भी पढ़ें: बिजली देगी फिर झटका, बढ़ सकती है इतनी फीसद कीमत


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.