प्रबंधन ने दबाई शिक्षकों की पेंशन राशि
जागरण संवाददाता, रुड़की: अशासकीय विद्यालयों के करीब 600 शिक्षकों के अशंदायी पेंशन योजना का कोई रेकार्
जागरण संवाददाता, रुड़की: अशासकीय विद्यालयों के करीब 600 शिक्षकों के अशंदायी पेंशन योजना का कोई रेकार्ड नहीं है। लंबे समय से इस योजना की करोड़ों रुपये की धनराशि प्रबंधकों के खाते में पड़ी हुई है। माध्यमिक शिक्षक संघ की ओर इस संबंध में शिक्षा मंत्री से शिकायत की गई। शिक्षा मंत्री के निर्देश के बाद अब अपर निदेशक ने इस धनराशि को शिक्षकों के खाते में ट्रांसफर करने और विद्यालय से लेकर मुख्य शिक्षा अधिकारी कार्यालय में इसका रेकार्ड व्यवस्थित ढंग से बनाने के निर्देश दिए हैं।
सरकार की ओर से वर्ष 2005 में पुरानी पेंशन योजना को बंद कर अंशदायी पेंशन योजना शुरू की गई थी। अशासकीय विद्यालयों के करीब 600 शिक्षकों के वेतन का 10 फीसद हिस्सा इस योजना के तहत काटा जा रहा था लेकिन कोई रेकार्ड व्यवस्थित नहीं किया गया। माध्यमिक विद्यालयों के प्रबंधकों या प्रधानाचार्यों के खाते में यह धनराशि आवंटित होती रही। करीब दो करोड़ रुपये की यह धनराशि खातों में ही पड़ी हुई है। इसके बाद सरकार की ओर से सभी शिक्षकों को प्राण खाता नंबर जारी कर दिए। अब ऑनलाइन धनराशि जमा की जा रही है। पूर्व में जो धनराशि शिक्षक के वेतन से काटी गई है, उसको अभी तक भी शिक्षकों को नहीं दिया गया है। इस पर उत्तराखंड माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अनिल शर्मा एवं प्रांतीय उपाध्यक्ष प्रदीप त्यागी ने इस संबंध में शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे से शिकायत की। साथ ही मांग उठाई कि इस ओर कार्रवाई की जाए। दूसरी ओर अपर निदेशक रामकृष्ण उनियाल ने इस संबंध में सभी मुख्य शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वह प्रबंधकों के खाते से इस धनराशि को शिक्षकों के प्राण खाते में जमा कराए। साथ ही इसका रेकार्ड भी व्यवस्थित रूप से तैयार किया जाए।