आक्सीजन खत्म होने के मामले की जांच शुरू
विनय विशाल हेल्थ केयर हास्पिटल में आक्सीजन की कमी के चलते पांच मरीजों की मौत के मामले में जिलाधिकारी के निर्देश पर बुधवार को मजिस्ट्रेटी जांच शुरू हो गई है। जांच टीम ने अस्पताल पहुंचकर रेकॉर्ड चेक किया। साथ ही मामले से जुड़ी अन्य जानकारी ली।
संवाद सहयोगी, रुड़की: विनय विशाल हेल्थ केयर हास्पिटल में आक्सीजन की कमी के चलते पांच मरीजों की मौत के मामले में जिलाधिकारी के निर्देश पर बुधवार को मजिस्ट्रेटी जांच शुरू हो गई है। जांच टीम ने अस्पताल पहुंचकर रेकॉर्ड चेक किया। साथ ही, मामले से जुड़ी अन्य जानकारी ली। वहीं अस्पताल प्रबंधन की ओर से बंद की गई कोविड ओपीडी को जिलाधिकारी के आश्वासन के बाद शुरू कर दिया गया।
विनय विशाल हेल्थ केयर हॉस्पिटल में सोमवार देर रात आक्सीजन खत्म होने के चलते पांच मरीजों की मौत हो गई थी। जिलाधिकारी ने मामले की मजिस्ट्रेटी जांच के निर्देश दिए थे, जिसमें जांच अधिकारी ज्वाइंट मजिस्ट्रेट नमामि बंसल को बनाया गया है। तीन दिन के भीतर उन्हें पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंपनी है। बुधवार को ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने प्रशासनिक टीम के साथ अस्पताल पहुंचकर रेकॉर्ड चेक किया। आक्सीजन की खपत संबंधी जानकारी ली। सीसीटीवी की फुटेज भी खंगाली गई। वहीं अस्पताल को पर्याप्त आक्सीजन न मिलने के चलते विनय विशाल अस्पताल प्रबंधन ने कोविड ओपीडी और आइपीडी बंद कर दी थी। अस्पताल के मुख्य द्वार पर पोस्टर भी चस्पा कर दिया था। जिसमें अस्पताल प्रबंधन ने स्पष्ट रूप से लिखा है कि कोविड सुविधाएं अभी बंद कर दी गई हैं। लेकिन, बुधवार शाम को जिलाधिकारी हरिद्वार की ओर से आक्सीजन की आपूर्ति में कोई कमी न आने देने के आश्वासन पर अस्पताल ने कोविड मरीजों का उपचार फिर से शुरू कर दिया है। शाम के समय कोविड मरीजों को अस्पताल में भर्ती किया गया। ------------------
आक्सीजन की कमी के कारण पांच मरीजों की मौत होना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण रहा। आक्सीजन की आपूर्ति ठीक न होने के चलते उन्होंने अपने अस्पताल की कोविड ओपीडी बंद कर दी थी, लेकिन जिलाधिकारी के आश्वासन पर फिर शुरू कर दी है। मजिस्ट्रेटी जांच में अस्पताल पूरा सहयोग करेगा।
-डॉ. विशाल घई, संचालक
विनय विशाल हेल्थ केयर हास्पिटल -----
विनय विशाल अस्पताल में सोमवार रात आक्सीजन समाप्त होने के मामले में मजिस्ट्रेटी जांच शुरू हो गई है। अस्पताल के रेकॉर्ड व अन्य जानकारी जुटाई गई है। यदि कोई भी व्यक्ति इस संबंध में कोई मौखिक और लिखित साक्ष्य प्रस्तुत करना चाहता है तो तीन दिन के अंदर किसी भी कार्य दिवस में सुबह 10 से शाम पांच बजे तक उपस्थित होकर अपने बयान दर्ज करवा सकता है।
-नमामि बंसल, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट रुड़की।