घर पर नहीं, अस्पताल में हो डिलिवरी: सीएमओ
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. एसके झा ने कहा कि घर या फिर अनाधिकृत स्थान पर डिलिवरी न हो इसके लिए विशेष ध्यान देने की जरूरत है।
संवाद सहयोगी, रुड़की: मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. एसके झा ने कहा कि घर या फिर अनाधिकृत स्थान पर डिलिवरी न हो, इसके लिए विशेष ध्यान देने की जरूरत है। अधिक से अधिक डिलिवरी अस्पताल में कराई जाए ताकि जच्चा-बच्चा की जान को कोई खतरा न हो और उन्हें समुचित उपचार मिल सके।
सीएमओ हरिद्वार डॉ. एसके झा ने गुरुवार को सिविल अस्पताल रुड़की के सभागार में रुड़की क्षेत्र की आशाओं एवं एएनएम की बैठक ली। उन्होंने कहा कि प्रसव के दौरान जच्चा-बच्चा की मृत्यु दर को शून्य करना है। इसके लिए जरूरी है कि गर्भवती को प्रसव से पूर्व सरकारी अस्पताल लाया जाए और सुरक्षित प्रसव कराया जाए। उन्होंने कहा कि गर्भवती के स्वजनों को समझाएं कि अस्पताल में ही डिलिवरी सुरक्षित है। इस दौरान कुछ आशाओं ने बताया कि कई स्थानों पर कुछ दाई डिलिवरी कराती है। उन्होंने अपने अस्पताल तक खोले हुए हैं। सीएमओ ने इसे गंभीर मानते हुए मामले में सख्त कार्रवाई की बात कही। उन्होंने कहा कि ऐसे स्थानों को चिह्नित कर कठोर कार्रवाई की जाएगी। सीएमओ ने थैलिसीमिया पर भी विशेष ध्यान देने के लिए कहा। कहा कि बच्चों की जांच कराई जाए। यदि थैलिसीमिया जैसी कोई दिक्कत है तो उसका समय से उपचार शुरू कराएं। निर्धारित समय पर जच्चा-बच्चा का टीकाकरण कराएं। उन्होंने कहा कि कोविड-19 इस समय सबसे बड़ी चुनौती है। इसे ध्यान में रखते हुए सभी योजनाएं चलाई जानी हैं। स्वयं भी इससे बचना है और दूसरों को इसके प्रति जागरूक करना है। उन्होंने कहा कि हर सप्ताह रुड़की और हरिद्वार अस्पताल में नसबंदी शिविर लगेगा। इसके लिए वह क्षेत्रवासियों को प्रेरित करें। इस मौके पर सीएमएस डॉ. संजय कंसल, डॉ. अर्चना, डॉ. कोमल, डॉ. दिली रमन एवं अस्पताल के प्रबंधक दिव्यांशु आदि मौजूद रहे।