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महाकुंभ भारतीय संस्कृति की अलौकिक पहचान है: स्वामी अवधेशानंद गिरी

जागरण संवादाता हरिद्वार जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी महाराज

By JagranEdited By: Published: Sat, 17 Aug 2019 11:55 PM (IST)Updated: Sat, 17 Aug 2019 11:55 PM (IST)
महाकुंभ भारतीय संस्कृति की अलौकिक पहचान है: स्वामी अवधेशानंद गिरी
महाकुंभ भारतीय संस्कृति की अलौकिक पहचान है: स्वामी अवधेशानंद गिरी

जागरण संवादाता, हरिद्वार: जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी महाराज ने कहा कि 2021 में आयोजित होने वाले महाकुंभ मेले के शुरू होने में समय कम रह गया है। सरकार को महाकुंभ मेले में देश भर से आने वाले संत महापुरुषों व श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करानी चाहिए।

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शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक से महाकुंभ के संबंध में वार्ता करते हुए उन्होंने कहा कि महाकुंभ मेला भारतीय संस्कृति की अद्भुत पहचान है। महाकुंभ में अखाड़ों को छावनी के लिए भूमि आवंटन की प्रक्रिया तेजी से शुरू करनी चाहिए। देश भर से आने वाले लाखों संत महापुरुषों को बेहतर आवासीय सुविधा उपलब्ध कराने के लिए छावनियों में सड़क, बिजली, पानी और शौचालय की व्यवस्था समय पूर्व होनी चाहिए। इसके अलावा देश दुनिया से आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं को भी यातायात, सड़क, बिजली, पेयजल, आवास आदि की उच्च स्तरीय सुविधा दी जानी चाहिए। सरकार को इसके लिए तेजी से काम करना होगा।


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