Move to Jagran APP

आज से अस्पताल में पैथोलाजी, डीइआइसी सहित कई सेवाएं रहेंगी प्रभावित

सिविल अस्पताल में आज कई स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित रहेंगी। अस्पताल में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत तैनात स्वास्थ्य कर्मी दो सूत्रीय मांगों को लेकर कार्य बहिष्कार करेंगे। हालांकि इमरजेंसी सेवाओं को इससे अलग रखा गया है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 06 Dec 2021 07:50 PM (IST)Updated: Mon, 06 Dec 2021 07:50 PM (IST)
आज से अस्पताल में पैथोलाजी, डीइआइसी सहित कई सेवाएं रहेंगी प्रभावित
आज से अस्पताल में पैथोलाजी, डीइआइसी सहित कई सेवाएं रहेंगी प्रभावित

संवाद सहयोगी, रुड़की: सिविल अस्पताल में आज कई स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित रहेंगी। अस्पताल में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत तैनात स्वास्थ्य कर्मी दो सूत्रीय मांगों को लेकर कार्य बहिष्कार करेंगे। हालांकि इमरजेंसी सेवाओं को इससे अलग रखा गया है।

loksabha election banner

सिविल अस्पताल में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के तहत करीब 30 स्वास्थ्य कर्मी तैनात हैं। बच्चों के उपचार के लिए बनाया गया डीइआइसी में सभी कर्मचारी एनएचएम से हैं। जिसके चलते यह पूरी तरह से बंद रहेगा। इसी तरह किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम में भी सभी कर्मचारी एनएचएम से हैं। इसकी सेवाएं भी बाधित रहेंगी। अस्पताल की पैथोलाजी लैब में तैनात अधिकांश लैब टेक्निशियन आदि भी एनएचएम से हैं। इसलिए पैथोलाजी की सेवाएं, नवजात शिशु के उपचार के लिए बनाई गई एनबीएसयू यूनिट, डिजिटल एक्स-रे आदि भी प्रभावित रहेंगे। अस्पताल की इमरजेंसी व ब्लड बैंक आपात सेवाएं होने के चलते यहां पर कर्मचारी तैनात रहेंगे।

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन संविदा कर्मचारी संगठन की ब्लाक रुड़की की अध्यक्ष रोशनी नौटियाल ने बताया कि सात से नौ दिसंबर तक इमरजेंसी सेवाएं वाले कर्मचारी कार्य बहिष्कार में शामिल नहीं होंगे। यदि मांगों को पूरा नहीं किया जाता है तो 10 से इमरजेंसी सेवाएं वाले कर्मचारी भी कार्य बहिष्कार करेंगे। उन्होंने एनएचएम कर्मियों के कार्य बहिष्कार से संबंधित ज्ञापन अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को सौंप दिया है। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. संजय कंसल ने बताया कि एनएचएम कर्मियों की हड़ताल मंगलवार से शुरू हो रही है। स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित न हो। इसके लिए ड्यूटी के लिए रोस्टर तैयार किया जा रहा है। नियमित कर्मचारियों को वहां तैनात किया जाएगा। प्रयास किया जाएगा कि सभी स्वास्थ्य सेवाएं नियमित रूप से चल सकें। नो-वर्क, नो-पे के निर्देश जारी

रुड़की: राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन उत्तराखंड की मिशन निदेशक सोनिका ने संविदा कर्मियों के लिए निर्देश जारी किए हैं। यदि कोई संविदा कर्मी कार्य बहिष्कार पर जाता है तो ऐसे अवकाश को किसी भी स्थिति में स्वीकृत नहीं किया जाएगा। उन पर नो-वर्क, नो-पे के प्रावधान के तहत कार्रवाई की जाएगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.