Makar Sankranti 2021: शांतिकुंज के स्वयंसेवकों ने श्रद्धालुओं को बांटे मास्क, धर्मनगरी को स्वच्छ बनाए रखने की अपील
Makar Sankranti 2021 मकर संक्रांति स्नान के दौरान मास्क लगाने की प्रशासनिक अनिवार्यता के मद्देनजर गायत्री तीर्थ शांतिकुंज के स्वयं सेवकों ने हरकी पैड़ी क्षेत्र में स्नान घाटों पर बिना मास्क लगाए आने वाले श्रद्धालुओं को इसके प्रति जागरूक करते हुए उन्हें निश्शुल्क मास्क का वितरण किया।
जागरण संवाददाता, हरिद्वार। Makar Sankranti 2021 मकर संक्रांति स्नान के दौरान मास्क लगाने की प्रशासनिक अनिवार्यता के मद्देनजर गायत्री तीर्थ शांतिकुंज के स्वयं सेवकों ने हरकी पैड़ी क्षेत्र में स्नान घाटों पर बिना मास्क लगाए आने वाले श्रद्धालुओं को इसके प्रति जागरूक करते हुए उन्हें निश्शुल्क मास्क का वितरण किया। इसके लिए शांतिकुंज के सौ से अधिक स्वयंसेवकों की टीम इस काम में पूरा दिन लगी रही।
शांतिकुंज की सात टीम हरकी पैड़ी, भीमगोड़ा, कनखल, बैरागी द्वीप, ज्वालापुर, रानीपुर आदि इलाकों में पुलिस और प्रशासन के सहयोग में नजर आयी। इन जगहों पर पुलिस ने बिना मास्क और शारीरिक दूरी नियम का पालन न करने वाले श्रद्धालुओं को इस बाबत जागरूक करने के साथ ही उन्हें ऐसा न करने पर होने वाली कार्रवाई के प्रति चेताया। इसके अलावा शांतिकुंज स्वयंसेवकों के माध्यम से उन्हें निश्शुल्क मास्क वितरित किए गए।
उन्होंने श्रद्धालुओं से हरिद्वार को स्वच्छ और कुंभ की गरिमा को बनाए रखने की अपील की। जिला प्रशासन के आग्रह पर अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रमुख डा. प्रणव पंड्या और शैलदीदी ने स्वयंसेवकों की टीम भेजी थी। टीम की सेवा भावना और सेवा कार्यों की सराहना एडीएम केके मिश्रा, एसडीएम गोपाल सिंह चौहान, सीनियर डीसीएम रेखा शर्मा, जिला आपूर्ति अधिकारी केके अग्रवाल आदि ने की।
सक्रांति पर जरूरतमंदों को बांटे कंबल
मकर सक्रांति पर्व पर प्राचीन अवधूत मंडल आश्रम में गरीबों और जरूरतमंदों को कंबल बांटे गए। मुख्य अतिथि महामंडलेश्वर डा. प्रेमानंद महाराज ने कहा कि मकर सक्रांति का पर्व सकारात्मकता का प्रतीक है। इस दिन जप-तप, दान, स्नान, श्राद्ध तर्पण का विशेष महत्व होता है। इस दिन दिया गया दान कई गुना फलदाई होता है।
समारोह की अध्यक्षता करते हुए प्राचीन अवधूत मंडल आश्रम के महंत स्वामी रूपेंद्र प्रकाश महाराज ने कहा कि प्राचीन ग्रंथों में मकर संक्रांति के पर्व का विशेष महत्व बताया गया है। बताया कि कड़ाके की ठंड को देखते हुए आश्रम में करीब 250 गरीब और जरूरतमंदों को कंबल वितरित किए। उन्होंने प्राचीन अवधूत मंडल आश्रम परिसर में निर्माणाधीन स्वामी रामप्रकाश धर्मार्थ चिकित्सालय के प्रगति कार्य पर भी विचार रखें।
इस अवसर पर दिल्ली से आए लाला अशोक, स्वामी डा. विपुल विद्यावाचस्पति, गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय में वैदिक शोध विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर सत्यदेव निगमालंकार, धर्मार्थ चिकित्सालय के निदेशक डा. अश्वनी कंसल, मेजर डा. अभिनव असवाल, मैनेजर बलराम यादव, अधिवक्ता कुशल पाल चौहान, डा. परविंद्र, भूपेंद्र सिंह चौहान, हरित ऋषि, विजय पाल सिंह, संजय अरोड़ा, अशोक चंद्र चौहान आदि सैकड़ों की संख्या में लोग मौजूद रहे।
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