लखनऊ के अधिवक्ता ने की थी डॉक्टर की फर्जी शिकायत
जागरण संवाददाता हरिद्वार डीएम और सीएमओ को ई-मेल और मैसेज भेजकर डॉक्टर की फर्जी शिक
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: डीएम और सीएमओ को ई-मेल और मैसेज भेजकर डॉक्टर की फर्जी शिकायत करने वाले आरोपित को पुलिस ने ढूंढ निकाला है। वह लखनऊ का अधिवक्ता है। मामले की जांच कर रही रानीपुर कोतवाली की पुलिस ने गुरुवार को उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस उससे पूछताछ में जुटी थी।
रुड़की ब्लड बैंक में तैनात रहे डॉ. रजत सैनी का तबादला कुछ दिन पहले हरिद्वार ब्लड बैंक हुआ है। करीब एक हफ्ते से जिलाधिकारी दीपक रावत और सीएमओ डॉ. प्रेमलाल के मोबाइल पर एक अंजान नंबर से डॉ. रजत सैनी की शिकायत की जा रही थी। जिसमें दावा किया जा रहा था कि डॉ. रजत सैनी ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर अपना ट्रांसफर कराया है। मैसेज करने के साथ-साथ कुछ ई-मेल भी भेजे गए। जिसमें हाईकोर्ट का एक आदेश भेजा गया। इस आदेश का हवाला देते हुए भी डॉ. रजत सैनी के ट्रांसफर को गलत बताया गया। शुरूआती जांच में शिकायत फर्जी निकली। हाईकोर्ट का जो आदेश डीएम व सीएमओ को भेजा गया, उसका डॉ. रजत सैनी से कोई कनेक्शन भी नहीं निकला। जिससे यह माना गया कि शिकायत पूरी तरह फर्जी है। आला अधिकारियों के निर्देश पर एसीएमओ डॉ. एचडी शाक्य ने अंजान मोबाइल नंबर के आधार पर अज्ञात के खिलाफ सिडकुल थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। इस मामले की जांच रानीपुर कोतवाल शंकर सिंह बिष्ट को दी गई थी। पुलिस ने मतदान की व्यस्तता के बावजूद 24 घंटे के भीतर फर्जी शिकायत करने वाले को ढूंढ निकाला। रानीपुर कोतवाल शंकर सिंह बिष्ट ने बताया कि आरोपित तौफीकुल हक पुत्र कमरूदीन उक निवासी चिन्हट, लखनऊ का रहने वाला है। उसने लॉ किया हुआ है। वह डॉ. रजत सैनी का परिचित है। इन दिनों वह लखनऊ से हरिद्वार आया हुआ था। उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। फिलहाल पूछताछ कर यह जानने का प्रयास किया जा रहा है कि उसने फर्जी शिकायत क्यों की है। पूछताछ के बाद उसका चालान कर दिया जाएगा।