Kissan Andolan: दिल्ली जा रहे किसानों की पुलिस से हुई तीखी नोकझोंक, 21 को CM आवास घेराव का एलान
दिल्ली कूच कर रहे भारतीय किसान यूनियन (रोड गुट) से जुड़े किसानों को पुलिस ने गणेशपुर पुल पर रोक दिया। काफी देर तक किसान दिल्ली जाने की जिद पर अड़े रहे। इस दौरान किसानों एवं पुलिस के बीच जमकर नोकझोंक भी हुई।
जागरण संवाददाता, रुड़की(हरिद्वार)। दिल्ली कूच कर रहे भारतीय किसान यूनियन (रोड गुट) से जुड़े किसानों को पुलिस ने गणेशपुर पुल पर रोक दिया। काफी देर तक किसान दिल्ली जाने की जिद पर अड़े रहे। इस दौरान किसानों एवं पुलिस के बीच जमकर नोकझोंक भी हुई। काफी देर बाद किसानों ने पुलिस की बात मानते दिल्ली कूच स्थगित कर दिया। किसानों ने प्रशिक्षु आइएएस को ज्ञापन दिया और लौट गए। किसानों ने स्थानीय समस्याओं को लेकर 21 जनवरी को सीएम आवास के घेराव का एलान किया है।
भाकियू के प्रदेश अध्यक्ष पदम ङ्क्षसह रोड के नेतृत्व में बड़ी संख्या में किसान प्रशासनिक भवन में एकत्र हुए। यहां पर किसानों ने नारेबाजी की। इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष रोड ने कहा कि सरकार किसानों के गन्ने का भुगतान दिलाने में पूरी तरह से नाकाम साबित हुई है। गन्ने का दाम तक घोषित नहीं किया गया है। इसकी वजह से किसानों में आक्रोश है। 15 दिन के बकाया पर ब्याज देने का प्राविधान है। इस पर भी कोई कार्रवाई नहीं। चकबंदी विभाग एवं ऊर्जा निगम में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ सरकार कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। सरकार को चाहिए कि वह किसानों को सस्ती दर पर बिजली, डीजल एवं कृषि उपकरण उपलब्ध कराए। इसके बाद किसानों ने नारेबाजी करते हुए दिल्ली जाने का एलान कर दिया। इस पर पुलिस ने पहले तो किसानों को प्रशासनिक भवन पर रोकने की कोशिश की लेकिन किसान यहां से निकलकर कांवड़ पटरी के रास्ते होते हुए जाने लगे।
काफी देर तक हंगामा होता रहा। गणेशपुर पुल पर पुलिस ने बेरीकेङ्क्षडग एवं रस्से लगाकर रास्ता रोक दिया। आसपास के थानों से भी बड़ी संख्या में पुलिस बल एवं पीएसी आदि को तैनात कर दिया। इसको लेकर किसानों एवं पुलिस के बीच नोकझोंक भी हुई। आखिरकार पुलिस किसानों को दिल्ली न जाने के लिए मनाने में कामयाब रही। किसानों ने प्रधानमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन प्रशिक्षु आइएएस नंदन कुमार को सौंपा और लौट गए। इस मौके पर प्रदेश उपाध्यक्ष फखरे आलम, जिलाध्यक्ष नाजिम अली, कुंवर संजीव कुशवाह, इंद्र ङ्क्षसह रोड, मंजेश, प्रदीप त्यागी, महेन्द्र, अनीश अहमद, इरशाद प्रधान, मुबारिक, शमशाद प्रधान, इनाम, जावेद आदि मौजूद रहे।
बारिश में भी डटे रहे किसान
कांवड़ पटरी के बंद होने की वजह से शहरवासियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। शहरवासियों को दूसरे रास्ते से होकर जाना पड़ा। इसकी वजह से उन्हें काफी दिक्कत हुई। वहीं बारिश के बीच भी किसान कांवड़ पटरी पर ही डटे रहे।
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