Kisan Andolan:नरेश टिकैत बोले, यह मुद्दा किसान के स्वाभिमान से जुड़ा है
Kisan Andolan मंगलौर गुड़ मंडी में किसानों की महापंचायत का आयोजन किया गया। इस दौरान भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत ने कहा कि किसानों का आंदोलन शांतिपूर्ण तरीके से जारी रहेगा। किसान अपने स्वाभिमान व सम्मान की लड़ाई लड़ रहा है।
जागरण टीम, रुड़की : भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने कहा कि किसानों का आंदोलन शांतिपूर्ण तरीके से चल रहा है और कृषि कानून निरस्त होने तक यह जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि 26 जनवरी को लाल किले में जो कुछ हुआ, किसान का उससे कोई संबंध नहीं है। किसान तिरंगे की आन, बान और शान के लिए अपनी जान भी दे सकता है। आज मुद्दा किसान के स्वाभिमान का है। उन्होंने कहा कि छह फरवरी को भारत बंद की घोषणा की गई है। किसान पूरे अनुशासन के साथ बंद में शामिल होंगे।
टिकैत बुधवार को रुड़की के पास मंगलौर कस्बे में भारतीय किसान यूनियन, उत्तराखंड किसान मोर्चा और किसान कामगार मोर्चा की ओर से बुलाई गई महापंचायत को संबोधित कर रहे थे। महापंचायत में हरिद्वार जिले के साथ ही पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर सहारनपुर, शामली और बागपत से बड़ी संख्या में किसान पहुंचे।
इस अवसर पर टिकैत ने कहा कि खेती आज घाटे का सौदा बन चुकी है। इसलिए यह वक्त एकजुटता का है। मुकाबला एक मजबूत सरकार के साथ है। इसलिए आंदोलन भी मजबूत होगा। गणतंत्र दिवस के दिन दिल्ली में बने हालात पर टिप्पणी करते हुए टिकैत ने कहा कि लालकिले में जो कुछ हुआ यूनियन उसकी घोर निंदा करती है। सरकार किसानों की पीड़ा नहीं समझ रही। दिल्ली में ऐसी घेराबंदी की जा रही है कि जैसे वे आतंकवादी हों। किसानों को दिल्ली जाने का कोई शौक नहीं है।
उत्तराखंड किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुलशन रोड ने कहा कि सरकार किसानों के धैर्य की परीक्षा ले रही है। उन्होंने कहा कि किसान किसी भी हाल में झुकने वाले नहीं हैं। महापंचायत को प्रदेश अध्यक्ष पदम सिंह भाटी, भाकियू के गढ़वाल मंडल अध्यक्ष संजय चौधरी, जिलाध्यक्ष विजय शास्त्री, पूर्व जिलाध्यक्ष बाबूराम थिथकी और पुरकाजी नगर पालिका के चेयरमैन जहीर फारुखी ने भी संबोधित किया।
टिकैत ने किया दंगों का जिक्र
महापंचायत में भाकियू सुप्रीमो नरेश टिकैत ने कहा कि जिसको जहां वोट देना है, वहां वोट दे, लेकिन इस मुद्दे पर किसानों को एकजुट होना होगा। उन्होंने आरोप लगाया कि हिंदू मुस्लिम के बीच खाई खोदी जा रही है। दंगों से फायदा किसको होता है वह पूरा देश जानता है। उन्होंने कहा कि धर्म और संप्रदाय से ऊपर उठकर किसानों को एक होना पड़ेगा।
मंच पर अव्यवस्था भड़के नेता
नरेश टिकैत के मंच पर पहुंचते ही किसान नेताओं में सेल्फी लेने की होड़ लग गई। इससे वहां अव्यवस्था फैल गई। इस पर भाकियू नेता भड़क गए। जिलाध्यक्ष विजय शास्त्री एवं संजय चौधरी ने मंच से भीड़ को हटाया। महापंचायत में किसानों ने एलान किया था कि राजनैतिक दल को मंच पर स्थान नहीं दिया जाएगा। महापंचायत में कांग्रेस महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष रश्मि चौधरी, जिला उपाध्यक्ष राजेन्द्र चौधरी, बसपा नेता एवं पूर्व विधायक सरबत करीम अंसारी, बसपा नेता अशोक चौधरी, कांग्रेस नेता जितेन्द्र सिंह मौजूद थे, लेकिन सभी किसानों के बीच ही बैठे।
घोडे पर सवार होकर पहुंचे युवा बने आकर्षण का केंद्र
जिस समय भाकियू सुप्रीमो लिब्बरहेड़ी गांव के समीप पहुंचे तो उनके आगे दो युवा घोड़ों पर सवार होकर चल रहे थे। दोनों ही युवा महापंचायत में आकर्षण का केंद्र बने हुए थे। पंचायत में पहुंचे कई ने उनके साथ सेल्फी ली। इतना ही नहीं कुछ तो ट्रैक्टरों पर बैठकर फोटो खिंचाते नजर आए। पुलिस प्रशासन की ओर से भी यहां पर पुख्ता इंतजाम किए गए थे। देहात क्षेत्र के सभी थाना प्रभारियों के अलावा पुलिस लाइन से भी पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई।
यह भी पढ़ें- किसान आंदोलन के बीच उत्तराखंड के रुड़की में कई गांवों में लगे नो एंट्री बोर्ड, बने चर्चा का विषय