खराब होते रिश्ते को स्वस्थ बनाना जरूरी: डा. चौहान
हेल्दी रिश्ते जहां खुशी देते है वहीं खराब रिश्ते टेंशन। इसका सीधा असर मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ता है। इसलिए शारीरिक और मानसिक दोनों रिश्तों को बनाए रखना जरूरी है। शोध इस बात को सिद्ध करते हैं कि एक अछा रिश्ता हमें दोनों तरह से स्वस्थ रखता है। वहीं खराब रिश्ता कई तरह की मानसिक परेशानियां दे सकता है।
जागरण संवाददाता, हरिद्वार : हेल्दी रिश्ते जहां खुशी देते है वहीं खराब रिश्ते टेंशन। इसका सीधा असर मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ता है। इसलिए शारीरिक और मानसिक दोनों रिश्तों को बनाए रखना जरूरी है। शोध इस बात को सिद्ध करते हैं कि एक अच्छा रिश्ता हमें दोनों तरह से स्वस्थ रखता है। वहीं खराब रिश्ता कई तरह की मानसिक परेशानियां दे सकता है।
शारीरिक शिक्षक एसोसिएशन कोल्हापुर की ओर से आनलाइन माध्यम से आयोजित दो दिवसीय मानसिक स्वास्थ्य प्रबंधन कार्यशाला में बतौर मुख्य वक्ता गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय के शारीरिक शिक्षा और खेल विभाग के डा. शिवकुमार चौहान ने यह विचार रखे। उन्होंने कहा कि किसी भी रिश्ते में जब परेशानियां आती हैं तो इसका सबसे ज्यादा असर खाने-पीने पर पड़ता है। तनाव के कारण लोग टाइम पर खाना नहीं खाते तथा तनाव के समय ज्यादा कैलोरी भी लेने लगते हैं। जिसके कारण शरीर का मेटाबालिज्म बाधित होता है और मोटापे की समस्या पैदा हो जाती है। तनाव के कारण व्यक्ति खुद को थका हुआ महसूस करता है जिसके कारण आलस्य आ सकता है। ऐसी स्थिति व्यक्ति के डेली रूटीन को प्रभावित करती है। रात में सही से न सो पाना तथा व्यायाम न करने से शारीरिक स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है। यह तनाव की स्थिति कभी-कभी बहुत गंभीर हो सकती है। जिसके कारण लोग मन में आत्महत्या जैसे विचार भी लाने लगते हैं। इसलिए एक खराब होते रिश्ते को स्वस्थ बनाना जरूरी है। जिसके लिए समय-समय पर मनोवैज्ञानिक, मनोचिकित्सक से सलाह लेनी चाहिए। वहीं रिश्तों की अहमियत को समझते हुए सामंजस्य बैठाने के प्रयास करने चाहिए।