तकनीक का प्रयोग कर बढ़ाएं किसानों की आय
मंगलौर मंडी में एक साल पहले साढ़े नौ लाख रुपये खर्च करने के बावजूद मटन फ्रोजन सेंटर शुरू नहीं हो सका है।
संवाद सहयोगी, मंगलौर: मंगलौर मंडी में एक साल पहले साढ़े नौ लाख रुपये खर्च करने के बावजूद मटन फ्रोजन सेंटर को चालू ना करने पर शिक्षा, उद्यान एवं सहकारिता सचिव का पारा चढ़ गया। उन्होंने फटकार लगाते हुए इसे चालू करने के निर्देश दिए। इस बात पर भी जोर दिया कि तकनीक को अपनाकर किसानों को समृद्ध बनाएं।
शनिवार को मंगलौर मंडी पहुंचे सचिव आर मिनाक्षी सुंदरम ने कहा कि सभी को लोकल फोर वोकल को ध्यान में रखकर काम करना होगा। लॉकडाउन के दौरान किसान एवं उससे जुड़ी संस्थाओं ने सराहनीय कार्य किया है। मंडी के अंदर साढ़े नौ करोड़ की लागत से बने मटन फ्रोजर सेंटर के चालू ना होने पर नाराजगी जताते हुए इसे चालू करने को कहा। उन्होंने कहा कि टमाटर आदि रोजमर्रा की वस्तुओं की पैकिग कर उनको आम जनता तक पहुंचाने का काम किया जाए। साथ ही किसानों को भी इस बात के लिए प्रेरित किया जाए। उन्होंने कहा कि इस मौसम में आम से बनने वाले विभिन्न उत्पादों को तैयार कराकर किसानों की आय बढ़ाने का काम किया जाए। इस मौके पर मंडी विपणन बोर्ड के तकनीकी डीजीएम एके मिश्रा, मंडी चेयरमैन डॉ. मधु सिंह, मंडी सचिव कुलदीप नौटियाल, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट नमामी बंसल, मुख्य कृषि अधिकारी डॉ. विकेश यादव, मुख्य उद्यान अधिकारी नरेंद्र यादव आदि मौजूद रहे। इससे पूर्व उन्होंने शिकारपुर स्थित दुग्ध संघ का भी निरीक्षण किया। अधिकारियों के साथ बैठक की। हब के रूप में विकसित होगा मछली बाजार
मंगलौर: मंगलौर पहुंचे सचिव आर मिनाक्षी सुदरम ने बताया कि मंगलौर मंडी के मछली बाजार को हब के रूप में विकसित किया जाए। जगह-जगह खुले में बिकने वाली मछलियों को यहां से खरीदा जा सकेगा। उन्होंने कहा कि जो इस बात की आशंका जता रहे कि मछली बाजार से बदबू फैलेगी वह गलत है। मछली बाजार की हवा शुद्ध रहेगी। इसके लिए सभी कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में मछली बाजार और विकसित होगा। जिले में मछलियों का उत्पादन भी बढ़ाने की योजना है। इस मौके पर उन्होंने मंडी परिसर में आम के पौधे भी रोपे। यूजर चार्ज समाप्त करने की उठाई मांग
मंगलौर: व्यापार मंडल की ओर से सचिव को एक ज्ञापन दिया गया। उन्होंने कहा कि व्यापारियों से दो फीसद यूजर चार्ज वसूला जा रहा है। इसको बंद किया जाए। इससे मंडी का कारोबार बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि यूजर चार्ज को बचाने के लिए कुछ लोग गन्ना कोल्हू से सीधे गुड उठा रहे हैं। इस पर सचिव आर मिनाक्षी सुंदरम ने मंडी समिति के अधिकारियों से वार्ता की। उन्होंने बताया कि यह कोई कर नहीं है। मंडी समिति चाहे तो इसको समाप्त कर सकती है।