वेंटिलेटर पर है अस्पताल का आइसीयू वार्ड
सिविल अस्पताल रुड़की का आइसीयू वार्ड अभी वेंटिलेटर पर है।
संवाद सहयोगी, रुड़की: सिविल अस्पताल रुड़की का आइसीयू वार्ड अभी वेंटिलेटर पर है। जिसके चलते कोविड-19 के गंभीर मरीजों के लिए अस्पताल में उपचार की कोई व्यवस्था नहीं है। ऐसे मरीजों को सिर्फ अस्पताल से रेफर किया जा रहा है।
रुड़की और देहात क्षेत्र में कोविड-19 का संक्रमण लगातार बढ़ रहा है। आए दिन 30 से 40 मरीज कोरोना पॉजिटिव आ रहे हैं। इसके बाद भी रुड़की क्षेत्र में कोविड के गंभीर मरीजों के उपचार की कोई व्यवस्था नहीं है। सिविल अस्पताल में कोविड-19 के मरीजों के लिए 10 बेड के आइसीयू वार्ड में छह वेंटिलेटर लगाए जाने की बात कही थी। वेंटिलेटर के लिए मशीनें भी आ चुकी हैं, लेकिन तीन माह बीत जाने के बाद भी अभी तक आइसीयू शुरू नहीं हो पाया है। जिसके चलते कोविड पॉजिटिव मरीज को यदि सांस में दिक्कत आती है तो उसे तत्काल हरिद्वार मेला अस्पताल या फिर ऋषिकेश एम्स में रेफर कर दिया जाता है। वहीं कोविड के मरीजों के लिए शहर में छह कोविड केयर सेंटर बनाए गए हैं लेकिन इन कोविड केयर सेंटर में केवल ऐसे संक्रमितों को रखा जा रहा है जिनमें मामूली खांसी, जुकाम आदि के लक्षण हैं। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. संजय कंसल ने बताया कि आइसीयू वार्ड का काम चल रहा है। जल्द ही यह वार्ड तैयार हो जाएगा। उन्होंने बताया कि कोविड पॉजिटिव आए मरीजों से चिकित्सक उनकी तबीयत आदि के बारे में जानकारी करते हैं। यदि उनकी तबीयत ठीक नहीं होती है तो उन्हें मेला अस्पताल हरिद्वार या फिर ऋषिकेश एम्स में भर्ती करा दिया जाता है। मामूली लक्षण वालों को कोविड केयर सेंटर में भेजा जाता है। वहां चिकित्सकों की एक टीम रहती है। जो मरीजों का उपचार करती है। जिन मरीजों के पास होम आइसोलेट की सुविधा होती है। उन्हें घर पर ही रखा जाता है। चिकित्सक उनके संपर्क में भी रहते हैं।
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अस्पताल में पर्याप्त मात्रा में है ऑक्सीजन सिलेंडर
रुड़की: सिविल अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. संजय कंसल ने बताया कि अस्पताल में पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन सिलेंडर हैं। मरीजों को ऑक्सीजन के कारण कोई परेशानी नहीं होने दी जाएगी। इसके अलावा ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन भी अस्पताल में हैं। यह मशीन स्वयं ऑक्सीजन बना लेती है। जरूरत पड़ने पर इसकी मदद से मरीजों को ऑक्सीजन दी जा सकती है।