दिन, समय और अंदाज भी वही, अगला निशाना कौन?
जागरण संवाददाता, रुड़की: इसे इत्तेफाक कहें या फिर छहमार गिरोह की सोची समझी चाल। डकै
जागरण संवाददाता, रुड़की: इसे इत्तेफाक कहें या फिर छहमार गिरोह की सोची समझी चाल। डकैती की दूसरी घटना के लिए बदमाशों ने दिन भी वहीं चुना और समय भी। डकैती डालने का बदमाशों का अंदाज भी वहीं था जो एक सप्ताह पहले माजरी गांव में देखने को मिला था। इस गिरोह ने एक बार फिर दो सप्ताह में दो डकैती डालकर चार साल पुराना इतिहास दोहराया है। इस गिरोह ने चार साल पहले तीन सप्ताह में आखिरी डकैती लक्सर में डाली थी। ऐसे में पुलिस अब इस गिरोह के अगले टारगेट को रोकने के लिए योजना बना रही है।
वर्ष 2014 की तरह इस बार भी छहमार गिरोह पुलिस से सीधे टक्कर ले रहा है। चार साल पहले इस गिरोह ने सितंबर माह में ही कलियर क्षेत्र के इमलीखेड़ा में परिवार को बंधक बनाकर डकैती डाली थी। बदमाशों ने अगले सप्ताह इसी रात ज्वालापुर क्षेत्र के जमालपुर में भी डकैती डाली थी। डकैती का यह सिलसिला यहीं नहीं रुका था। गिरोह ने इसके बाद लक्सर क्षेत्र में भी इसी अंदाज में डकैती डाली थी। लक्सर में डकैती डालने की घटना के कुछ ही दिन बाद रुड़की सिविलालइंस पुलिस ने छहमार गिरोह को सदस्यों को गिरफ्तार कर तीनों डकैती की घटना का पर्दाफाश किया था। इसी तरह से एक बार फिर बदमाशों ने जिलें में दहशत मचाई है। इस बार भी बदमाशों ने कलियर क्षेत्र के माजरी गांव में शनिवार की रात करीब दो बजे डाका डाला था। परिवार के लोगों को बंधक बनाकर डंडों से पीटा गया। ठीक सात दिन बाद बदमाशों ने लगभग उसी समय और इसी अंदाज में जमालपुर गांव में भी परिवार के लोगों को बंधक बनाकर डकैती डाली। महिलाओं और परिवार के लोगों पर बदमाशों का कहर टूटा। घटना के दिन और वारदात के अंदाज से पुलिस मानकर चल रही है कि दोनों वारदातों में छहमार गिरोह का हाथ है। पुलिस अब इस गैंग को रोकने के लिए रणनीति बना रही है। एसएसपी कृष्ण कुमार वीके ने बताया कि दोनों वारदातों में छहमार गिरोह का हाथ है। गिरोह पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस ने योजना तैयार की है।