हस्तमौली गांव के हेपेटाइटिस प्रभावितों की हुई जांच
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: जिले के लक्सर विकास खंड के हस्तमौली गांव में हाल के महीनों में
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: जिले के लक्सर विकास खंड के हस्तमौली गांव में हाल के महीनों में हेपेटाइटिस सी के संक्रमण को देखते हुए स्वास्थ्य महकमा अब सक्रिय हो गया है। बीते 27 दिसंबर को सीएमओ कार्यालय में राज्य हेपेटाइटिस सेल की ओर से एक दिवसीय ओरिएंटेंशन कार्यशाला में जहां इसको लेकर जानकारियों को साझा किया गया था, वहीं बुधवार को जिला अस्पताल में हस्तमौली से आए 32 प्रभावितों के रक्त का सैंपल लेकर जांच करने के साथ ही कई के अल्ट्रासाउंड भी कराए गए। गुरूवार को एम्स ऋषिकेश से आने वाली टीम इस रिपोर्ट का आंकलन कर इलाज के बारे में बताएगी। हेपेटाइटिस सेल द्वारा आयोजित कार्यशाला में संयुक्त निदेशक डॉ. वीएस टोलिया आदि ने बताया था कि हेपेटाइटिस ए, बी और सी तीनों प्रकार के वायरस किसी भी संक्रमित मरीज के लिए घातक और जानलेवा साबित हो सकते हैं। इसमें हेपेटाइटिस सी का संक्रमण सबसे अधिक घातक है। हेपेटाइटिस सी असुरक्षित इंजेक्शन के प्रयोग, संक्रमित या बिना जांच किए गए खून को चढ़ाने और नशा करने वाले लोगों के बीच ड्रग इंजेक्शन के आदान प्रदान से फैलता है। इसी को देखते हुए कार्यशाला में बनी रणनीति के क्रम में हस्तमौली गांव के ऐसे प्रभावित मरीजों को जांच के लिए बुलाया गया था। जिनका जिला अस्पताल के पैथोलॉजी कक्ष में रक्त सैंपल लेकर जांच की गई। साथ ही अल्ट्रासाउंड भी हुए। खुद सीएमओ डॉ. प्रेमलाल भी इस मौके पर पहुंचे थे। सीएमओ ने बताया लक्सर विकास खंड के हस्तमौली गांव में हेपेटाइटिस के प्रकोप को देखते हुए 32 की जांच कराई गई है। गुरुवार को एम्स ऋषिकेश के विशेषज्ञों की मौजूदगी में रिपोर्ट पर मंथन कर उनके इलाज को आगे बढ़ाया जाएगा।