दो घंटे देर से पहुंची एंबुलेंस, रिक्शे से पहुंचाया अस्पताल
जागरण संवाददाता, हरिद्वार। सरकारी स्वास्थ्य सेवाएं मरीजों की सहूलियत के बजाय कई बार उनके
जागरण संवाददाता, हरिद्वार। सरकारी स्वास्थ्य सेवाएं मरीजों की सहूलियत के बजाय कई बार उनके लिए मुसीबत बन रही है। शुक्रवार को मेला क्षेत्र में एक महिला के सीने में अचानक दर्द होने लगा। इस पर आपतकालीन सेवा 108 नंबर को फोन किया गया, लेकिन दो घंटे तक एंबुलेंस नहीं आई। इसके बाद कुछ युवकों ने उसे रिक्शे पर बिठाकर अस्पताल पहुंचाया। रास्ते में उसको सीपीआर भी दिया गया, जिससे फौरी तौर पर महिला की जान बच गई।
भूपतवाला के करपात्री चौक के पास सहारनपुर निवासी सोनू और उसकी पत्नी 35 वर्षीया मनीषा ने जलपान की दुकान लगाई थी। सुबह मनीषा के सीने में अचानक तेज दर्द उभरा। जिससे वह छटपटाने लगी। पास के एक गैस एजेंसी पर काम करने वाले मोहल्ले के हिमांशु सरीन, अमन चौहान, रोनी दौड़कर पहुंचे। उन्होंने 108 नंबर पर फोन कर एंबुलेंस भेजने का अनुरोध किया। मगर, दो घंटे तक एंबुलेंस नहीं आई। मनीषा की हालत बिगड़ती देख युवक उसे रिक्शे से लेकर अस्पताल पहुंचे। रास्ते में युवकों ने सीपीआर (कार्डियो पल्मोनरी रिससिटैशन) दिया। जिससे फौरी तौर पर उसे राहत मिलती रही। युवक जब उसे जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, तो वहां पर मरीज की हालत गंभीर देखकर इमरजेंसी में तैनात चिकित्सक ने एम्स ऋषिकेश के लिए रेफर कर दिया। तब तक एंबुलेंस भी जिला अस्पताल में युवकों के बताने पर पहुंच गई। उसी एंबुलेंस से मनीषा को ऋषिकेश भेज दिया गया। युवकों ने बताया कि 108 नंबर की एंबुलेंस सेवा कई बार दगा दे जाती है। इसमें सुधार की जरूरत है। प्रभारी सीएमओ डॉ. एचडी शाक्य ने बताया कई बार दूसरे मरीज को अटेंड करने के कारण एंबुलेंस पहुंचने में देर हो जाती है। यदि कोई शिकायत मिलेगी तो इसकी जांच के लिए सेवा संचालन केंद्र में भेजा जाएगा।