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अनुसूचित जाति के लोगों के घर खाना खाकर नहीं आएगी समरसता: विष्णु सदाशिव कोकजे

विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु सदाशिव कोकजे ने कहा कि अनुसूचित जाति के लोगों के घर भोजन करने से सामाजिक समरसता नहीं आने वाली।

By Sunil NegiEdited By: Published: Sun, 13 May 2018 10:34 AM (IST)Updated: Tue, 15 May 2018 05:10 PM (IST)
अनुसूचित जाति के लोगों के घर खाना खाकर नहीं आएगी समरसता: विष्णु सदाशिव कोकजे
अनुसूचित जाति के लोगों के घर खाना खाकर नहीं आएगी समरसता: विष्णु सदाशिव कोकजे

हरिद्वार, [जेएनएन]: विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु सदाशिव कोकजे ने अनुसूचित जाति के लोगों के घर भोजन करके साथ फोटो खिंचवाने को राजनीतिक हथकंडा करार दिया। कहा कि, इससे सामाजिक समरसता नहीं आने वाली। जरूरी यह कि हम उन्हें इस बात का भरोसा दिलाएं कि सुख और दुख में हम उनके साथ हैं। विहिप समाजिक और आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को साथ लेकर उन्हें आगे बढ़ाने की दिशा में काम कर रहा है। 

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विहिप अध्यक्ष कोकजे शनिवार को हरिद्वार प्रेस क्लब में आयोजित संवाद कार्यक्रम अपने विचार रख रहे थे। नेताओं के दलितों के घर खाना खाने पर उन्होंने कटाक्ष जरूर किया, लेकिन साथ ही जोड़ा कि मोदी सरकार ने सामाजिक समरसता कायम करते हुए हिंदुओं के हित में सबसे अच्छा काम किया। हिंदू हितों के लिए काम करने वाले यह अब तक की ये सबसे अच्छी सरकार है। कहा कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्रांतिकारी तरीके से देश हित में कड़े कदम उठाते हुए काफी कुछ किया है। अभी काफी काम बाकी है, जिसके लिए उन्हें और समय देना देश और हिंदू हितों के लिए जरूरी है। सपनों को पूरा करने के लिए मोदी सरकार को समय दिया जाना चाहिए।

एक सवाल के जवाब में विहिप अध्यक्ष ने कहा कि संसद में मंदिर निर्माण कानून बनाने के लिए सरकार पर दबाव बनाया जाएगा। बोले, अयोध्या सनातन हिन्दुओं की आस्था का केंद्र है और वहां हर-हाल में राममंदिर होगा, हम इसके लिए न्यायालय के फैसले का इंतजार कर रहे हैं। विहिप नेता ने समान नागरिक संहिता की खुलकर वकालत की। अनुसूचित जाति के लोगों और दूसरी जातियों के बीच संघर्ष की घटनाओं के सवाल पर उनका कहना था कि विहिप सामाजिक समरसता की दिशा में काम कर रहा है। 

एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि विहिप में अनुशासनहीनता जैसी कोई बात नहीं है। संगठन पर परंपरा के विपरीत चुनाव थोपा गया, हालांकि संगठन के संविधान में चुनाव का भी प्रावधान है। कहा कि चुनाव के फलस्वरूप पदाधिकारी बदले हैं, विहिप का एजेंडा नहीं। इस मौके पर विहिप के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार, महामंत्री मिलिंद पाण्डे भी मौजूद रहे। 

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