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कुंभ के दौरान कोरोना टेस्ट घपले की जांच को मेलाधिकारी स्वास्थ्य ने भी गठित की कमेटी, जानिए पूरा मामला

कोरोना टेस्ट में घपले की जांच को जिलाधिकारी सी रविशंकर की ओर से तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित करने के बाद अब मेलाधिकारी स्वास्थ्य डॉ. अर्जुन सिंह सेंगर की ओर से भी चार सदस्यीय जांच कमेटी गठित की गई है।

By Raksha PanthriEdited By: Published: Tue, 15 Jun 2021 07:48 PM (IST)Updated: Tue, 15 Jun 2021 07:48 PM (IST)
कुंभ के दौरान कोरोना टेस्ट घपले की जांच को मेलाधिकारी स्वास्थ्य ने भी गठित की कमेटी, जानिए पूरा मामला
कुंभ के दौरान कोरोना टेस्ट घपले की जांच को मेलाधिकारी स्वास्थ्य ने भी गठित की कमेटी।

जागरण संवाददाता, हरिद्वार। कोरोना टेस्ट में घपले की जांच को जिलाधिकारी सी रविशंकर की ओर से तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित करने के बाद अब मेलाधिकारी स्वास्थ्य डॉ. अर्जुन सिंह सेंगर की ओर से भी चार सदस्यीय जांच कमेटी गठित की गई है। मेलाधिकारी स्वास्थ्य ने कमेटी की ओर से जांच शुरू किए जाने की जानकारी दी है।

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दरअसल, कुंभ मेले के दौरान श्रद्धालुओं की कोविड जांच में धांधली की असलियत का पता लगाने को शासन के निर्देश पर जिलाधिकारी सी रविशंकर की ओर से 10 जून को तीन सदस्यीय जांच समिति गठित की गई थी। मुख्य विकास अधिकारी सौरभ गहरवार की अध्यक्षता में गठित समिति में मुख्य कोषाधिकारी और जिला विकास अधिकारी शामिल हैं। समिति 15 दिन में अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। समिति की ओर से जांच भी शुरू कर दी गयी है। इधर, मेलाधिकारी स्वास्थ्य डॉ अर्जुन सिंह सेंगर की ओर से भी चार सदस्यीय जांच कमेटी गठित की गयी है। डॉ. एनके त्यागी को इसका नोडल अधिकारी बनाया गया है। कमेटी में एसीएमओ डॉ एचडी शाक्य, लिपिक सुभाषचंद और फार्मेसिस्ट प्रदीप पांडे शामिल हैं। मेलाधिकारी स्वास्थ्य डॉ सेंगर ने बताया कि जांच शुरू कर दी गयी है।

जानिए क्या है मामला

फरीदकोट पंजाब निवासी एक व्यक्ति ने इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आइसीएमआर) से कोरोना जांच में फर्जीवाड़े की शिकायत की थी। इस व्यक्ति के मोबाइल पर कोविड टेस्ट संबंधी मैसेज आया था, जबकि संबंधित ने कोई जांच नहीं कराई थी। राज्य के स्वास्थ्य सचिव अमित नेगी ने मामले की प्रारंभिक जांच करायी। कोविड मामलों के चीफ कंट्रोलिंग ऑफिसर डॉ अभिषेक त्रिपाठी के स्तर से की गयी इस जांच में प्रथम दृष्ट्या शिकायत सहीं पायी। इतना ही नहीं उन्होंने एक लाख से अधिक कोरोना जांच में गड़बड़ी की आशंका जाहिर की है। डॉ. त्रिपाठी ने शासन को सौंपी अपनी रिपोर्ट में मामले को गंभीर बताते हुए इसकी विस्तृत जांच की सिफारिश की थी। इस पर स्वास्थ्य सचिव ने जिलाधिकारी हरिद्वार को विस्तृत जांच के आदेश दिए थे।

नौ नहीं 12 निजी लैब जांच के दायरे में

कुंभ के दौरान कोरोना जांच के लिए मेला स्वास्थ्य की ओर से नौ नहीं 12 निजी लैब से अनुबंध किया गया था। इनमें नोवस, डीएनए, फिक्की, स्टार इमेजिंग, हिंदुस्तान वेलनैस, लालचंदानी, मैक्स से संबद्ध नालवा लेबोरेट्री, प्रिफियेर्ड पैथ लैब, आहूजा, फोकस इमेजिंग और काइरो डायग्नोस्टिक शामिल है। इसमें नोवस पैथ लैब हरिद्वार जबकि प्रिफियेड पैथ लैब रुड़की में है। मेलाधिकारी स्वास्थ्य डॉ. एएस सेंगर ने बताया कि समाचार पत्रों के जरिए मामला संज्ञान में आने पर डॉ. एनके त्यागी की अध्यक्षता में मेरे स्तर से चार सदस्यीय जांच कमेटी बनाई गई है, जो कुंभ के दौरान अधिकृत लैब की जांच पड़ताल करेगी। जांच रिपोर्ट के आधार पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।

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