Haridwar Kumbh 2021: चालू नहीं हुआ कुंभ के लिहाज से महत्वपूर्ण हरिद्वार-मुजफ्फरनगर हाईवे, NHI अधिकारी ने जताई नाराजगी
Haridwar Kumbh Mela 2021 हरिद्वार- मुजफ्फरनगर हाईवे का निर्माण समय से पूरा न होने पर राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) के क्षेत्रीय अधिकारी सीके सिन्हा ने कड़ी नाराजगी जताते हुए ठेकेदार समेत एनएचएआइ के संबंधित अधिकारियों की फटकार लगायी।
जागरण संवाददाता, हरिद्वार। Haridwar Kumbh 2021 हरिद्वार-मुजफ्फरनगर हाईवे का निर्माण समय से पूरा न होने पर राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) के क्षेत्रीय अधिकारी सीके सिन्हा ने कड़ी नाराजगी जताते हुए ठेकेदार समेत एनएचएआइ के संबंधित अधिकारियों की फटकार लगायी। उन्होंने हाईवे के शेष कार्य अगले 15 दिनों में पूरा करते हुए इसे 31 जनवरी तक आवागमन के लिए खोलने के निर्देश दिए। उन्होंने इस मामले में लापरवाही बरतने और निर्माण गुणवत्ता में कमी पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी भी दी। गौरतलब है कि सरकार की ओर से हाईवे का निर्माण 31 दिसंबर तक पूरा कर उसे आवागमन के लिए खोल दिए जाने का दावा किया था, लेकिन, ऐसा नहीं हुआ।
शनिवार को निर्माणाधीन हरिद्वार-मुजफ्फरनगर हाईवे का स्थलीय निरीक्षण करने निकले एनएचएआइ के क्षेत्रीय अधिकारी सीके सिन्हा ने रुड़की बाइपास के पास बन रहे ओवरब्रिज का काम अधूरा रहने पर कड़ी नाराजगी जताई। उन्होंने संबंधित ठेकेदार से मौके पर ही इसे लेकर जवाब-तलब कर लिया। कहा कि आपकी ढिलाई के चलते काम पहले ही तीन माह लेट हो चुका है, अब और देरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
अल्टीमेटम देते हुए ओवरब्रिज के काम हो हर हाल में 15 जनवरी तक पूरा करने के सख्त निर्देश दिये। उन्होंने निरीक्षण के दौरान मौजूद एनएचएआइ के परियोजना निदेशक पी. गुसाईं को निर्देशित किया कि वह इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों और ठेकेदार का तत्काल प्रभाव से वाट्सएप ग्रुप तैयार करें और सभी कार्यों की हर दिन की प्रगति को ग्रुप में शेयर करते रहें। उन्होंने एनएचएआइ के अन्य अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह अपने कार्यों को दिन के हिसाब से विभक्त कर लें और तय करें कि वह काम उस दिन समय पर पूरा कर लिया जाए।
रेलवे का ब्लॉक मिलने में हुई देरी से काम हुआ लेट
निर्माणाधीन हरिद्वार-मुजफ्फरनगर हाईवे का सबसे महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट हरिद्वार-रुड़की बाइपास है। यह अभी तक पूरा नहीं हो सका, जिसके चलते हाईवे को आवागमन के लिए नहीं खोला जा सका है। हालांकि हाईवे पर कई और जगहों पर भी काम चल रहा है पर, यह हिस्सा हाईवे का सबसे महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट है। इसके चालू हो जाने से हरिद्वार-दिल्ली की दूरी में करीब एक घंटे का अंतर आ जाएगा और आने-जाने में काफी समय की बचत होगी।
13 किमी के इस रास्ते पर 11 पुल और पुलिया बनाए जाने थे, जिनमें से 8 तो तैयार हो गए और बाकी तीन पर काम चल रहा है। इसे भी 31 दिसंबर तक तैयार हो जाना था। लेकिन, इस रास्ते पर नगला इमरती के पास बनने वाले रेलवे ओवरब्रिज के लिए रेलवे द्वारा देरी से ब्लॉक लेने के कारण इसके निर्माण में देरी हो गयी। इसके चलते कुल 181 करोड़ की यह परियोजना अभी तक निर्माणाधीन ही है। बड़े व्यवसायिक वाहनों सहित आम यात्री वाहनों को आज भी रुड़की के रिहायशी इलाकों-बाजार के जाम के झाम को झेलते हुए गुजरना पड़ता है।
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