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Haridwar Kumbh 2021: प्रयागराज के बाद हरिद्वार पर निगाहें, जानिए इस बार कुंभ में क्या कुछ रहेगा खास

Haridwar Kumbh Mela 2021 प्रयागराज कुंभ-2019 के बाद श्रद्धालुओं की निगाहें हरिद्वार कुंभ की व्यवस्थाओं पर होगी। इसलिए मेला प्रशासन ने हरिद्वार में कुंभ की व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। ताकि श्रद्धालु बेहतरीन व्यवस्था के मामले में हरिद्वार कुंभ की चर्चा करें।

By Raksha PanthriEdited By: Published: Wed, 17 Mar 2021 03:43 PM (IST)Updated: Wed, 17 Mar 2021 03:43 PM (IST)
Haridwar Kumbh 2021: प्रयागराज के बाद हरिद्वार पर निगाहें, जानिए इस बार कुंभ में क्या कुछ रहेगा खास
Haridwar Kumbh 2021: प्रयागराज के बाद हरिद्वार पर निगाहें। फाइल फोटो

जागरण संवाददाता, हरिद्वार। Haridwar Kumbh Mela 2021 प्रयागराज कुंभ-2019 के बाद श्रद्धालुओं की निगाहें हरिद्वार कुंभ की व्यवस्थाओं पर होगी। इसलिए मेला प्रशासन ने हरिद्वार में कुंभ की व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। ताकि यहां से लौटने वाले श्रद्धालु प्रयागराज कुंभ के साथ ही बेहतरीन व्यवस्था के मामले में हरिद्वार कुंभ की चर्चा करें।

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प्रयागराज में कुंभ शहर से बाहर खुले संगमतट पर लगता है और इसका अधिकांश भाग नदी तट का कच्चा हिस्सा होता है, जबकि हरिद्वार में कुंभ मेला क्षेत्र का अधिकांश भाग शहरी क्षेत्र का हिस्सा है और पक्का है। प्रयागराज में शाही स्नान कच्चे संगम तट पर होता है, जबकि हरिद्वार में हरकी पैड़ी पर संपन्न होता है। कच्चा और खुला क्षेत्र होने के कारण प्रयागराज में अस्थायी व्यवस्था अपने हिसाब से करने के अवसर ज्यादा होते है, सहूलियत ज्यादा होती है, जबकि हरिद्वार में स्थायी और पक्के निर्माण वाला मेला क्षेत्र होने के कारण इसे रंग-विरंगा बनाने के अवसर ज्यादा होते है।

अस्थायी बस स्टेशन से शटल सेवा

हरिद्वार कुंभ मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं के आने-जाने की सुविधा के लिए बैटरी से चलने वाले ऑटो, बस और रिक्शा चलाए जाएंगे। श्रद्धालुओं को यह सेवा-सुविधा शहर से बाहर बनने वाले अस्थायी बस स्टेशन से ही मिल सकेगी।

ग्रीन और क्लीन कुंभ की थीम

हरिद्वार मेला क्षेत्र में कुंभ मेले की थीम ग्रीन और क्लीन कुंभ को साकार करने के लिए संपूर्ण मेला क्षेत्र में राउंड-द-क्लॉक सफाई की व्यवस्था की गई है। जगह-जगह स्वयंसेवकों की टीम भी लगाई गई है। मेला क्षेत्र में प्रत्येक सौ मीटर पर कूड़ेदान लगाए गए हैं। दो हजार से अधिक संख्या में अतिरिक्त सफाई कर्मी लगाए जा रहे हैं।

पर्यावरण सुरक्षा पर रहेगा विशेष जोर

कुंभ के दौरान मेला अधिष्ठान का मुख्य जोर पर्यावरण सुरक्षा, खासकर नदी जल पर्यावरण सुरक्षा पर रहेगा। इसके लिए स्वयंसेवियों के साथ-साथ मेला अधिष्ठान के अधिकारियों-कर्मियों की टीम भी तैनात की है।

बैरागी कैंप क्षेत्र में जुटाई जा रही सुविधाएं

हरिद्वार कुंभ में बैरागी कैंप क्षेत्र में अखाड़ों, संत-महात्माओं और श्रद्धालुओं के लिए मूलभूत आवश्यकताएं जुटाई जा रही हैं। पूरे क्षेत्र को रोशनी से जगमग रखने के भी पूरी व्यवस्था है।

हरकी पैड़ी की बदली सूरत

हरिद्वार कुंभ की हृदयस्थली हरकी पैड़ी में सभी शाही स्नान संपन्न होते हैं। यहां की शक्ल और सूरत पूरी तरह से बदल गई है। हरकी पैड़ी पर दो-दो स्टेडियम लाइट से रात में भी दिन की तरह उजाला रहता है। चार-चार एलईडी स्क्रीन पर श्रद्धालु गंगा आरती का लाइव प्रसारण देख सकते हैं। रंग-विरंगी रोशनी से सजी हरकी पैड़ी को दुल्हन की तरह सजाया गया है।

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