पौष्टिक आहार से शरीर में खून की कमी होती है दूर
पोषण माह के तहत सलेमपुर में मंगलवार को आंगनबाड़ी केंद्र पर विभाग ने कार्यक्रम आयोजित किया।
जागरण संवाददाता, रुड़की: पोषण माह के तहत सलेमपुर में मंगलवार को आंगनबाड़ी केंद्र पर विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया गया। इस दौरान सुनहरे 1000 दिवस और खून की कमी की समस्या से बचाव की महिलाओं को जानकारी दी गई।
कार्यक्रम के दौरान आंगनबाड़ी कार्यकत्र्ताओं ने गर्भवतियों एवं धात्रियों को बताया गया कि भोजन में विभिन्न प्रकार की साग-सब्जी, हरे पत्तेदार सब्जी, दालें एवं फलों का सेवन करके खून की कमी को दूर किया जा सकता है। सुनहरे 1000 दिवस जोकि शिशु के गर्भ में आने से लेकर दो वर्ष तक का समय है उस अवस्था में शरीर को पोषक तत्वों की अधिक आवश्यकता होती है। ऐसे में इस वक्त भोजन में विविधता लाकर शरीर के लिए आवश्यक पोषक तत्वों की पूर्ति कर सकते हैं और रक्त की कमी से भी बच सकते हैं। बताया गया कि यदि मां खून की कमी की समस्या से ग्रसित होगी तो उसका शिशु भी कम वजन का होगा। उसमें भी खून की कमी होगी। साथ ही शिशु में कुपोषण की समस्या भी होगी। बाल विकास परियोजना रुड़की प्रथम की सुपरवाइजर सुमन लता ने बताया कि पोषण माह के तहत आंगनबाड़ी केंद्रों में गर्भवतियों की गोदभराई, बच्चों का अन्नप्रशान, बेटी जन्मोत्सव समेत अन्य कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इस अवसर पर कार्यकत्र्ता सविता, कल्पना, मंजू, बबीता, रामकटोरी, पूजा, शादिका, कमरीन, सितारा, बिल्किश आदि उपस्थित रहे।