रैबीज से बच्चे की मौत मामले में आयोग ने लिया संज्ञान
संवाद सहयोगी, रुड़की: कुत्ते के काटने से बच्चे के शरीर में रैबीज फैल गया। जिससे उसकी मौत
संवाद सहयोगी, रुड़की: कुत्ते के काटने से बच्चे के शरीर में रैबीज फैल गया। जिससे उसकी मौत हो गई। मामले में मानवाधिकार आयोग ने संज्ञान लिया है। आयोग ने सिविल अस्पताल से जवाब मांगा है।
झबरेड़ा थाना क्षेत्र के भगतोवाली गांव निवासी बिट्टू के पांच वर्षीय पुत्र अंशुराज को 22 जून दोपहर को उस समय एक कुत्ते ने काटकर गंभीर रूप से घायल कर दिया था, जब वह अपने घर में सोया हुआ था। बच्चे के चिल्लाने पर परिजनों ने बामुश्किल कुत्ते को वहां से भगाया था। कुत्ते ने अंशुराज के अलावा सात बच्चों सहित 25 और लोगों को भी काटा था। बाद में ग्रामीणों ने इस कुत्ते को मार दिया था। बालक अंशुराज को कुत्ते ने पांव पर काटा था। जिससे बालक के 25 टांके लगे थे। 11 जुलाई रात को बच्चे की अचानक तबियत बिगड़ गई थी। उसे उपचार के लिए रुड़की लाए थे। यहां से उसे जौलीग्रांट रेफर कर दिया गया। 12 दिन तक बच्चे का उपचार जौलीग्रांट में चला। इसके बाद उसे पीजीआई चंडीगढ़ रेफर कर दिया गया था। शरीर में रैबीज फैलने के कारण 30 जुलाई को बालक की पीजीआई में उपचार के दौरान मौत हो गई थी। मामले में अब मानवाधिकार आयोग ने संज्ञान लेते हुए अस्पताल को पत्र भेजकर जानकारी मांगी है। जिसमें बच्चे को एंटी रैबीज टीके लगे थे या नहीं। लगे थे तो कब और कैसे लगे। इन तमाम बातों की जानकारी मांगी गई है। अस्पताल प्रशासन ने बच्चे के परिजनों से संपर्क कर पूरी जानकारी ली है। सिविल अस्पताल के सीएमएस डॉ. डीके चक्रपाणि ने बताया कि मानवाधिकार आयोग की ओर से मांगी गई सभी जानकारियां दी जा रही हैं।