ज्वालापुर प्लेटफार्म की मरम्मत से गहराया खाद का संकट
ज्वालापुर रेलवे स्टेशन पर मरम्मत का काम चलने से किसानों के सामने यूरिया खाद का संकट गहरा गया है।
संवाद सहयोगी, हरिद्वार: ज्वालापुर रेलवे स्टेशन पर मरम्मत का काम चलने से किसानों के सामने यूरिया खाद का संकट गहरा गया है। जिससे अब खाद की आपूर्ति कराने के लिए मुख्य कृषि अधिकारी ने रुड़की में रैक उतारने की अनुमति मांगी है, ताकि किसानों को खाद की आपूर्ति हो सके। वहीं, निजी दुकानदारों को पत्र जारी कर निर्धारित मूल्यों पर ही खाद बेचने की चेतावनी दी गई है।
लॉकडाउन के चलते अधिकांश ट्रेनों का संचालन बंद है, केवल स्पेशल ट्रेनें चल रही हैं। ट्रेनें संचालित न होने की वजह से रेलवे विभाग की ओर से प्लेटफार्म की मरम्मत कराई जा रही है। लेकिन, इसके कारण यूरिया खाद की रैक भी प्लेटफार्म पर नहीं उतर पा रही है। इसकी वजह से जिले में यूरिया खाद का संकट खड़ा हो गया है। सरकारी गोदामों में खाद न होने से किसानों को गन्ना, धान आदि फसलों में खाद डालने के लिए निजी दुकानदारों से खाद लेना पड़ रहा है। वहीं निजी दुकानों पर अधिक दाम वसूलने की शिकायत मिल रही हैं। इस पर मुख्य कृषि अधिकारी डॉ. विकेश कुमार सिंह यादव ने आदेश जारी कर निजी दुकानदारों को निर्धारित मूल्यों पर ही खाद बेचने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने यूरिया 266.50 रुपये प्रति बोरा, डीएपी 1150 और एनपीके 1100 रुपये प्रति बोरे की दर पर ही बेचने की हिदायत दी है। कहा कि अगर इससे अधिक दाम मिलने की शिकायत आई तो संबंधित दुकान का लाइसेंस निरस्त कर दिया जाएगा। बताया कि खाद की किल्लत दूर करने के लिए रुड़की रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म पर ट्रेन से आने वाली रैक को उतारने की अनुमति मांगी गई है। अनुमति मिलते ही खाद को गोदामों में उपलब्ध करा दिया जाएगा।