किसानों का फूटा गुस्सा, एसडीओ को बनाया बंधक
भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) रोड गुट ने सोमवार को अधिशासी अभियंता (ईई) कार्यालय का घेराव किया। कार्यालय में ईई के न मिलने पर किसानों का गुस्सा फूट पड़ा।
जागरण संवाददाता, रुड़की: भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) रोड गुट ने सोमवार को अधिशासी अभियंता (ईई) कार्यालय का घेराव किया। कार्यालय में ईई के न मिलने पर किसानों का गुस्सा फूट पड़ा। किसानों ने दफ्तर के सामने धरना देते हुए निगम के दो एसडीओ और अकाउंटेंट को बंधक बना लिया। करीब पांच घंटे तक किसानों की निगम के अफसरों से नोकझोंक होती रही। बाद में, समस्याओं के निस्तारण का लिखित आश्वासन मिलने पर किसानों ने धरना समाप्त किया। साथ ही चेताया कि यदि किसी किसान के ट्यूबवेल का कनेक्शन काटा गया तो गांव में ही निगम की टीम को बंधक बनाया जाएगा।
सोमवार को भाकियू के प्रदेश अध्यक्ष पदम सिंह रोड के नेतृत्व में किसान ऊर्जा निगम के दफ्तर पर पहुंचे। यहां पर किसानों ने धरना दिया। प्रदेश अध्यक्ष पदम सिंह रोड ने कहा कि जिन किसानों के कनेक्शन 2005 में कट गए थे, अभी तक चालू भी नहीं है उनका लाखों रुपये का बिजली का बिल भेज दिया है। इसके अलावा 2012 में किसानों ने ट्यूबवेल का कनेक्शन लिया, लेकिन आज तक किसान के ट्यूबवेल पर मीटर तक नहीं लगा है। उन्होंने आरोप लगाया कि विजिलेंस किसानों का उत्पीड़न कर रही है। बिजली चोरी के नाम पर किसानों के खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं। एक भी फैक्ट्री में आज तक बिजली चोरी नहीं पकड़ी गई। जिला उपाध्यक्ष मुबारिक अली ने कहा कि निगम की ओर से किसानों का उत्पीड़न लगातार जारी है। झूठे आश्वासन किसानों को दिए जा रहे हैं। इसके बाद किसानों ने जमकर नारेबाजी की। भाकियू प्रदेश अध्यक्ष ने अधिशासी अभियंता को किसानों के बीच आने को कहा, लेकिन वह बाहर होने की वजह से नहीं पहुंचे। इसके बाद किसानों ने दो एसडीओ को बंधक बनाकर बीच में बैठा लिया। काफी नोकझोंक हुई। किसानों ने सिलसिलेवार अपनी समस्याओं को रखा। जिस पर अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि एक सप्ताह में समस्याओं का निस्तारण कर दिया जाएगा। इस मौके पर भाकियू जिलाध्यक्ष नाजिम अली, युवा विग के जिलाध्यक्ष संजीव कुशवाह, इंदर सिंह, प्रदीप त्यागी, इरशाद, दीपक गिरी, अनीश, रियासत, अनुज, प्रदीप आदि मौजूद रहे।