बिजली चोरी पर पुलिस-ऊर्जा निगम के बीच ठनी
जागरण संवाददाता, रुड़की: बिजली चोरों के खिलाफ ऊर्जा निगम की ओर से शुरू की गई मुहिम क
जागरण संवाददाता, रुड़की: बिजली चोरों के खिलाफ ऊर्जा निगम की ओर से शुरू की गई मुहिम को जोर का झटका लगा है। निगम की टीम बिजली चोरी पकड़ रही है। एसडीओ या अवर अभियंता तहरीर लेकर थाने और कोतवाली जा रहे हैं, लेकिन पुलिस मुकदमा दर्ज नहीं कर रही है। करीब 25 दिन से जिले में ऐसी ही स्थिति बनी हुई है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने से हाथ खींच लिए हैं।
ऊर्जा निगम बिजली चोरों के खिलाफ लगातार अभियान चला रही है। निगम के इंजीनियर के अलावा देहरादून से आने वाली विजीलेंस टीम भी लगातार कार्रवाई कर बिजली चोरों को पकड़ रही है। बिजली चोरों के खिलाफ संबंधित थाने और कोतवाली में भी मुकदमे भी दर्ज कराए जाते हैं, लेकिन कुछ दिनों से पुलिस महकमे ने ऊर्जा निगम की तहरीर पर मुकदमा दर्ज करने से ही मना कर दिया है। सूत्रों की मानें तो ऊर्जा निगम का अवर अभियंता या अन्य कोई इंजीनियर थाने, कोतवाली में तहरीर लेकर जाता है तो पुलिसकर्मी उसको रिसीव करने से ही इन्कार कर दे रहे हैं। यदि मुकदमा दर्ज न करने का कारण पूछा जाता है, तो संबंधित थाना प्रभारी उच्च अधिकारियों के आदेश होने की बात कहकर टरका दे रहे हैं। अधिशासी अभियंता शहरी क्षेत्र अनूप कुमार सैनी ने बताया कि सोमवार को उनके डिवीजन के गढ़मीरपुर आदि गांव में बिजली चोरी के 10 मामले पकड़े गए थे। अवर अभियंता तहरीर लेकर रानीपुर कोतवाली पहुंचे तो पुलिस ने तहरीर ही रिसीव नहीं की। अवर अभियंता को वापस कर दिया गया। उन्होंने इस संबंध में उच्च अधिकारियों को अवगत कराया। साथ ही बताया कि पिछले कुछ दिनों से यह समस्या आ रही है। हरिद्वार जिले में पुलिस बिजली चोरी का मुकदमा दर्ज नहीं कर रही है। मुकदमा दर्ज होने के डर से संबंधित व्यक्ति जुर्माना जमा कर देता है, जबकि सामान्य रूप से वह आनाकानी करता है। डीजीपी को इस संबंध में पत्र लिखा गया है। उम्मीद है कि यह मामला जल्द सुलझ जाएगा।
बीसीके मिश्रा, प्रबंध निदेशक, ऊर्जा निगम
विद्युत अधिनियम में ऊर्जा निगम या तो मुकदमा दर्ज करा सकता है या फिर न्यायालय में जा सकता है। मुकदमा दर्ज करने से मना नहीं किया जा रहा है। इतना कहा जा रहा है कि निगम न्यायालय में जाकर संबंधित के खिलाफ केस कर सकता है।
जन्मेजय खंडूरी, एसएसपी हरिद्वार
पिछले साल दर्ज हुए 92 मुकदमे
ऊर्जा निगम की ओर से पिछले साल बिजली चोरी के 92 मामले पूरे जिले में दर्ज किए गए। अधिकांश मामले विजिलेंस की ओर से दर्ज किए गए। रुड़की मंडल में सबसे अधिक मुकदमें मंगलौर कोतवाली के अंतर्गत दर्ज हुए हैं।