वंचित दिव्यांग मतदाता सूची में शामिल करा सकेंगे नाम
विकास भवन सभागार में शुक्रवार को डिस्ट्रिक्ट मानीटरिग कमेटी फार असेंबली इलेक्शन निगरानी समिति की बैठक आयोजित की गई।

जागरण संवाददाता, हरिद्वार: विकास भवन सभागार में शुक्रवार को डिस्ट्रिक्ट मानीटरिग कमेटी फार असेंबली इलेक्शन निगरानी समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिला निर्वाचन अधिकारी विनय शंकर पांडेय ने कहा कि मतदाता सूची में जिन दिव्यांगों के नाम अभी भी शामिल नहीं हो पाए हैं उन्हें चिह्नित करने के साथ फार्म छह भरवाकर उनके नाम सूची में शामिल किए जाएंगे। जिला प्रशासन का प्रयास है कि कोई भी मताधिकार से वंचित न रहे।
जिलाधिकारी ने बताया कि दिव्यांग या कोविड संक्रमित को घर-घर जाकर फार्म-घ दिया जाएगा। अगर वह पोस्टल बैलेट के लिए अपनी सहमति देते हैं तो उसी तरह का आकलन कर उनके लिए व्यवस्था बनाई जाएगी। सीडीओ डा. सौरभ गहरवार ने बताया कि पांच जनवरी को प्रकाशित मतदाता सूची में दिव्यांग मतदाताओं की संख्या 9300 है। बैठक में मूक-बधिरों को इंटरप्रिटर की सुविधा दिए जाने के संबंध में भी चर्चा हुई। इस पर मुख्य विकास अधिकारी ने बताया कि चुनाव से संबंधित अधिकारियों को साइन लैंग्वेज का प्रशिक्षण दिया जाएगा। पीठासीन अधिकारियों की बैठक में भी साइन लैंग्वेज के संबंध में बताया जाएगा। इस संबंध में साइन लैंग्वेज के विशेषज्ञ हैप्पी फैमिली सोसाइटी की भी भरपूर मदद ली जाएगी। पोलिग बूथ के अनुसार आकलन कर वहां दिव्यांगों के लिए व्हील चेयर, ब्रेल मतपत्र, रैंप आदि उपलब्ध कराए जाएंगे। ईवीएम वीवीपैट का जिक्र करते हुए बताया कि एक माह से ईवीएम वीवीपैट का प्रदर्शन मोबाइल वैन के माध्यम से जगह-जगह किया जा रहा है। इसके अलावा प्रत्येक पोलिग बूथ पर डमी ईवीएम वीवीपैट (कार्ड बोर्ड पर) की व्यवस्था होगी ताकि मतदान में किसी को दिक्कत न हो। विधान सभा सामान्य निर्वाचन-2022 के विभिन्न पहलुओं पर भी विस्तृत विचार-विमर्श हुआ। इस दौरान विजय पाल सिंह, राजीव गर्ग, शुभम अग्रवाल, मुख्य कोषाधिकारी नीतू भंडारी, सहायक निर्वाचन अधिकारी हरीश रावत, प्रशासनिक अधिकारी उदय वीर बड़थ्र्वाल आदि उपस्थित रहे।
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मूक-बधिरों के लिए इंटरप्रेटर और ट्रांसपैरेंट मास्क की मांग
जिला स्तरीय दिव्यांगता समिति के सदस्य संदीप अरोड़ा और देवभूमि बधिर एसोसिएशन की प्रवक्ता सोनिया अरोड़ा ने बैठक में मूक-बधिरों के लिए इंटरप्रेटर न होने का मामला उठाया। इन्होंने मूक-बधिरों और उनके संपर्क में आने वाले व्यक्तियों के लिए ट्रांसपेरेंट मास्क की मांग की। बताया कि डेढ़ साल हो गए, लेकिन अभी तक मास्क उपलब्ध नहीं कराया गया। उन्होंने कहा कि मूक-बधिर केवल होंठो की भाषा को समझते हैं। मास्क के कारण उन्हें होंठ दिखने बंद हो गए हैं। फिलहाल बाजार में आए नए कान से फिट होने वाले फेस मास्क दिया जाना चाहिए। इसके लिए डीएम ने संबंधित को निर्देश दिए। बैठक में सहमति बनी कि मूक बधिरजनों के मतदान की सुविधा के लिए रविवार को श्री सांई इंफोटेक गोविदपुरी में एक माकड्रिल कैंप दोपहर 12 बजे आयोजित किया जाएगा और रुड़की से इंटरप्रेटर बुलाए जाएंगे। बैठक में जिला स्तरीय दिव्यांगता समिति के सदस्य सलीम मलिक, सुंदरलाल गौतम, अभिप्रेरणा फाउंडेशन के सचिव दीपेश चंद्र प्रसाद आदि मौजूद रहे।
Edited By Jagran