अक्टूबर में डेंगू ने मचाया कहर, 544 आए चपेट में
अक्टूबर के पूरे माह डेंगू ने कहर बरपाए रखा। जिले में सबसे ज्यादा मामले रुड़की व आसपास के देहात क्षेत्र में आए हैं। ब्लाक नारसन में 262 व भगवानपुर में 179 बुखार पीड़ितों में डेंगू की पुष्टि हुई है। नारसन के गाधारौणा गांव में 175 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है। यहां बुखार से दो ग्रामीणों की मौत भी हो चुकी है।
संवाद सहयोगी, रुड़की : अक्टूबर के पूरे माह डेंगू ने कहर बरपाए रखा। जिले में सबसे ज्यादा मामले रुड़की व आसपास के देहात क्षेत्र में आए हैं। ब्लाक नारसन में 262 व भगवानपुर में 179 बुखार पीड़ितों में डेंगू की पुष्टि हुई है। नारसन के गाधारौणा गांव में 175 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है। यहां बुखार से दो ग्रामीणों की मौत भी हो चुकी है।
स्वास्थ्य विभाग ने नारसन ब्लाक के गाधारौणा गांव में संदिग्ध बुखार फैलने पर गांव में सर्वे कराया तो गांव में बुखार पीड़ित बड़ी संख्या में थे। 14 अक्टूबर को टीम भेजकर गांव में शिविर लगाया गया। जिसमें ब्लड सैंपल जांच में कई ग्रामीणों में डेंगू की पुष्टि हुई। उसके बाद से लगातार ही गांव में शिविर चल रहा है। गांव में अभी भी डेंगू के मरीज मिल रहे हैं। नारसन ब्लाक के फक्करहेड़ी में 24, खेड़ी शिकोहपुर में 26, मुंडलाना में 20 ग्रामीणों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है। खेड़ी शिकोहपुर में तो दो मरीजों की मौत भी हो चुकी है।
ब्लाक भगवानपुर में 14 गांवों में डेंगू का प्रकोप है। यहां भलस्वागाज में 43, अलावलपुर में 35, धीरमजरा, अकबरपुर कालसो व लाव्वा गांव में 20-20 डेंगू के केस आ चुके हैं। अकबरपुर कालसो में तो एक आशा कार्यकत्र्ता की मौत भी हो चुकी है। जबकि ब्लाक रुड़की में 76 डेंगू पीड़ित मरीज मिल चुके हैं। भौरी में 33, दौलतपुर में 28 व हरजौली झोझा में 11 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है। इन गांवों में डेंगू का प्रकोप बना हुआ है। शहरी क्षेत्र में अंबर तालाब, मोहनपुरा, सुभाष नगर आदि सहित कई मोहल्ले में डेंगू के मरीज मिल चुके हैं। डेंगू के प्रकोप को देखते हुए सिविल अस्पताल रुड़की में 30 बेड का आइसोलेशन वार्ड खोला गया है। जिसमें करीब 50 मरीजों का उपचार हो चुका है।
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12 और मरीजों में डेंगू की पुष्टि
रुड़की : क्षेत्र में मंगलवार को डेंगू के 12 और केस सामने आए हैं। सभी मरीजों का उपचार जारी है। वहीं डेंगू से पीड़ित दो मरीजों को उपचार के लिए सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भगवानपुर के प्रभारी डा. विक्रांत सिरोही ने बताया कि जिन 12 बुखार पीड़ित मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है। यह ग्रामीण अकबरपुर कालसो, रोहालकी, खानपुर और हाल्लूमजरा गांव के रहने वाले हैं। दो दिन पहले इन गांवों में शिविर लगाकर बुखार पीड़ित ग्रामीणों के ब्लड सैंपल लिए गए थे। जिसकी एलाइजा जांच कराई गई थी। मरीजों को दवाएं दी जा रही हैं। मरीजों के स्वजन को बता दिया गया है कि यदि किसी मरीज की हालत बिगड़ती है तो उसे उपचार के लिए सरकारी अस्पताल लाया जाए। किसी झोलाछाप से वह दवा न लें।
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दो गांवों में लगाया शिविर, 23 बुखार पीड़ितों के सैंपल लिए
भगवानपुर क्षेत्र में डेंगू के प्रकोप को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की ओर से लगातार गांव में शिविर लगाकर बुखार पीड़ितों के सैंपल लिए जा रहे हैं। साथ ही दवाएं भी दी जा रही है। डा. विक्रांत सिरोही ने बताया कि मंगलवार को खुब्बनपुर व डाडा पट्टी गांव में शिविर लगाया गया था। दोनों गांव में 23 बुखार पीड़ित ग्रामीणों की एलाइजा जांच के लिए ब्लड सैंपल लिए गए हैं। गांव में डेंगू के प्रति जागरूक व कीटनाशक का छिड़काव कराया जा रहा है।