धर्म संसद प्रकरण में नामजदगी बढ़ाने की मांग, दो और तहरीरें
धर्म संसद में भड़काऊ भाषण देने के मामले में नामजदगी बढ़ाने की मांग को लेकर दो अलग-अलग तहरीरें पुलिस को मिली हैं। इनमें एक तहरीर असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुलमुस्लिमीन (एआइएमआइएम) की तरफ से दी गई है।
जागरण संवाददाता, हरिद्वार : धर्म संसद में भड़काऊ भाषण देने के मामले में नामजदगी बढ़ाने की मांग को लेकर दो अलग-अलग तहरीरें पुलिस को मिली हैं। इनमें एक तहरीर असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुलमुस्लिमीन (एआइएमआइएम) की तरफ से दी गई है। जबकि दूसरी तहरीर ज्वालापुर के मुस्लिम युवाओं ने दी है। पुलिस का कहना है कि इन दोनों तहरीरों को भी मुकदमें की जांच में शामिल किया जाएगा।
शुक्रवार को एआइएमआइएम कार्यकत्र्ताओंने शहर कोतवाली पहुंचकर उत्तरी हरिद्वार के वेद निकेतन में हुई धर्म सांसद के आयोजकों और वक्ताओं के खिलाफ तहरीर दी। वहीं, ज्वालापुर तेलियान निवासी पार्षद प्रतिनिधि शौकीन अहमद, नौशाद अहमद, मुबारिक आदि ने भी शहर कोतवाल राकेंद्र कठैत को तहरीर दी। जिसमें जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी के साथ-साथ स्वामी यति नरसिंहानंद सरस्वती, स्वामी प्रबोधानंद, स्वामी धर्मदास आदि को भी मुकदमे में नामजद करने की मांग की गई। शहर कोतवाल राकेंद्र कठैत ने बताया कि दोनों तहरीरों को मुकदमे की जांच में शामिल किया जाएगा। बताया कि वीडियो जुटाकर मामले की जांच शुरू कर दी गई है। वीडियो वायरल होने से तूल पकड़ रहा मामला
17 से 19 दिसंबर तक भूपतवाला के वेद निकेतन में धर्म संसद का आयोजन किया गया था। इसमें जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर व गाजियाबाद डासना मंदिर के परमाध्यक्ष स्वामी यति नरसिंहानंद, उत्तर प्रदेश शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष जितेंद्र नारायण त्यागी (पूर्व का नाम वसीम रिजवी), हिदू रक्षा सेना के अध्यक्ष स्वामी प्रबोधानंद गिरि, स्वामी आनंदस्वरूप, साध्वी अन्नपूर्णा, धर्मदास आदि शामिल हुए। धर्म संसद के आखिरी दिन भाजपा नेता अश्विनी उपाध्याय भी इसमें पहुंचे थे। धर्म संसद में भाषण दे रहे वक्ताओं के वीडियो वायरल होने से यह मामला तूल पकड़ गया। सामाजिक कार्यकत्र्ता और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) प्रवक्ता साकेत गोखले के ट्वीट के बाद यह मुद्दा राष्ट्रीय स्तर पर गर्मा गया। गुरुवार को ज्वालापुर निवासी गुलबहार कुरैशी की से मुकदमा दर्ज कराया गया था।