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उद्यान विभाग करता रहा जांच, माफिया ने काटा बाग

जागरण संवाददाता रुड़की करौंदी गांव में आम के बाग से आठ पेड़ों के काटे जाने की जांच

By JagranEdited By: Published: Fri, 19 Apr 2019 05:13 PM (IST)Updated: Fri, 19 Apr 2019 05:13 PM (IST)
उद्यान विभाग करता रहा जांच, माफिया ने काटा बाग
उद्यान विभाग करता रहा जांच, माफिया ने काटा बाग

जागरण संवाददाता, रुड़की: करौंदी गांव में आम के बाग से आठ पेड़ों के काटे जाने की जांच अभी पूरी भी नहीं हुई थी कि बेखौफ माफिया ने रात में 15 और आम के पेड़ों का कटान कर पूरा बाग ही साफ कर दिया। आम का पूरा बाग साफ होने से उद्यान विभाग में हड़कंप है। इस मामले में अब उद्यान निरीक्षक ने अज्ञात माफिया के खिलाफ पुलिस को तहरीर दी है।

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भगवानपुर क्षेत्र में माफिया आये दिन पेड़ों को कटान कर रहा है। उद्यान विभाग भी माफिया के आगे बेबस नजर आ रहा है। भगवानपुर क्षेत्र के करौंदी गांव में हाईवे पर परिवहन विभाग की चेक पोस्ट के पीछे आम का बाग है। बुधवार को माफिया ने बिना अनुमति के ही आम के बाग से आठ पेड़ काट दिए। किसी ने इसकी शिकायत रुड़की के उद्यान विभाग निरीक्षक से की। उद्यान निरीक्षक नरेश कुमार ने गुरुवार को मौके पर जाकर जांच की तो बाग से आठ पेड़ों का कटान होना पाया। जांच पड़ताल के बाद बस इतना ही पता चला कि यह बाग किसी दिल्ली निवासी व्यक्ति का है। टीम तो जांच कर लौट आई ,लेकिन गुरुवार रात को एक बार फिर बेखौफ माफिया ने आम के पेड़ों को काट दिया। माफिया ने आम के 15 पेड़ का कटान कर पूरा बाग ही साफ कर दिया। रातों रात कटान की गई लकड़ी भी ठिकाने लगा दी। साथ ही, पेड़ों की जड़ निकालकर उनमें मिट़्टी भर दी। शुक्रवार सुबह जब ग्रामीणों को इसकी जानकारी हुई तो उद्यान विभाग को सूचना दी गई। बाग से आम के पेड़ों का कटान होने की सूचना पर निरीक्षक नरेश कुमार ने जांच की। उद्यान निरीक्षक नरेश कुमार ने बताया कि इस मामले में अब भगवानपुर थाना पुलिस को मामले की तहरीर दी गई है।

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आखिर माफिया पर है किसकी मेहरबानी

रुड़की: दो दिन में आम का पूरा बाग कट गया और उद्यान विभाग व वन विभाग को इसकी भनक तक नहीं लगी। बाग का कटान होने के पीछे अब मिलीभगत के आरोप ग्रामीण लगा रहे हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि कई बार अधिकारियों को सूचना दी गई, लेकिन अधिकारी मौके पर आने में देरी करते रहे। जिसके चलते माफिया को कटान की गई लकड़ी को ठिकाने लगाने का समय मिल गया। लगातार पेड़ों का कटान होने को लेकर ग्रामीण उद्यान विभाग और वन विभाग पर सवालिया निशान खड़े कर रहे है।


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