अधिवक्ता हत्याकांड में दर्ज किए बयान
जागरण संवाददाता, रुड़की: अधिवक्ता हत्याकांड की जांच सिविल लाइंस कोतवाली के एसएसआइ को सौंपी
जागरण संवाददाता, रुड़की: अधिवक्ता हत्याकांड की जांच सिविल लाइंस कोतवाली के एसएसआइ को सौंपी गई है। विवेचक ने इस मामले में घटनास्थल की जांच कर लोगों के बयान दर्ज किए। बताया जा रहा है कि अधिवक्ता की हत्या चमोली की पुरसाडी जेल में बंद कुख्यात प्रवीण वाल्मीकि के इशारे पर की गई थी।
गंगनहर कोतवाली क्षेत्र के सुनहरा निवासी अधिवक्ता कृष्ण गोपाल (45) नई बस्ती में 21 दिसंबर 2018 को दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी थी। हत्या के पीछे जमीनी विवाद था। अधिवक्ता की हत्या चमोली की पुरसाडी जेल में बंद कुख्यात प्रवीण वाल्मीकि के इशारे पर की गई थी। अधिवक्ता की जमीन पर नई बस्ती निवासी शेखर ने निर्माण कराया था। जिसे अधिवक्ता ने रुकवा दिया था। इसे लेकर शेखर उससे नाराज था। प्रवीण वाल्मीकि ने इसका फायदा उठाते हुए अपने गुर्गे आशीष और सलमान की मदद से शेखर और इसके दोस्त आकाश निवासी चावमंडी को तैयार किया था। वाल्मीकि के दोनों गुर्गो ने शेखर और आकाश को तमंचा उपलब्ध कराया था। इस मामले में पुलिस शूटरों समेत सभी चार आरोपितों को जेल भेज चुकी है। इस मामले की जांच अब सिविल लाइंस कोतवाली के एसएसआइ अभिनव शर्मा को सौंपी है। अभिनव शर्मा ने मामले की जांच करते हुए घटनास्थल पर जाकर वहां का निरीक्षण किया। एसएसआइ ने इस मामले में गवाहों के बयान भी दर्ज किए। साथ ही, घटनास्थल के आसपास रहने वाले लोगों से भी इस मामले की जानकारी ली है। इस हत्याकांड के मास्टर माइंड कुख्यात वाल्मीकि को भी रिमांड पर लेकर पूछताछ करने की तैयारी हो रही है। इस मामले में अभी तक प्रवीण वाल्मीकि के बयान दर्ज नहीं हुए है। विवेचक की तरफ से आरोपित को बी वारंट पर रुड़की जेल शिफ्ट कराने के बाद रिमांड पर लेने की तैयारी है। एसएसआइ अभिनव शर्मा ने बताया कि मामले से जुड़ी सभी जानकारी जुटाई जा रही है।