- बिजली के जर्जर खंभे और लाइनों को बदलने का काम शुरू
संवाद सूत्र, मंगलौर: गुड़ मंडी में लंबे समय से दुर्घटना का कारण बने बिजली के क्षतिग्रस्त खंभों
संवाद सूत्र, मंगलौर: गुड़ मंडी में लंबे समय से दुर्घटना का कारण बने बिजली के क्षतिग्रस्त खंभों को बदलने का कार्य शुरू हो गया है। इसके साथ ही बिजली की जर्जर लाइनों को भी बदला जा रहा है। करीब 17 लाख रुपये की लागत से यह काम किया जा रहा है।
मंगलौर नवीन गुड़ मंडी करीब 33 साल पहले अस्तित्व में आई थी। मंडी परिसर के निर्माण के दौरान करीब 66 बिजली के खंभे लगाये गये थे। पिछले काफी समय से इनमें से अधिकांश खंभे जड़ से गल चुके हैं। जबकि कुछ खंभे मंडी परिसर में आने वाले बड़े वाहनों की टक्कर से क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। इस कारण क्षतिग्रस्त खंभों के कारण मंडी परिसर में हर समय दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। मंडी में कारोबार करने वाले व्यापारियों के अलावा मंडी में माल बेचने के लिए आने वाले लोगों के लिए भी हर समय खतरा बना रहता है। व्यापारियों ने इस मामले को लेकर मंडी सचिव को शिकायत भी की थी। जिसके बाद मंडी सचिव लवकेश गिरी खंभों को बदलवाने के लिए काफी समय से प्रयासरत थे। अब कृषि उत्पादन मंडी समिति की निर्माण इकाई ने मामले की गंभीरता को देखते हुए परिसर में बिजली के सभी 66 खंभों को बदलवाने का काम शुरू कर दिया है। इसके साथ ही जर्जर हो चुकी बिजली की तारों को भी बदलवाया जा रहा है। कृषि उत्पादन मंडी समिति निर्माण इकाई के अवर अभियंता प्रशांत कुमार ने बताया कि मंगलौर गुड़ मंडी परिसर में 17 लाख रुपये की लागत से खंभों और बिजली के तार बदलने का कार्य करवाया जा रहा है।