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उत्तराखंड: यात्रियों को बॉर्डर से लौटाया जा रहा वापस; पुलिस से हो रही नोकझोंक

नारसन में बॉर्डर पर पुलिसकर्मियों को भीड़ को रोकने में काफी मशक्कत का सामना करना पड़ा। पुलिस ने वाहनों को वापस लौटाना शुरू कर दिया।

By Raksha PanthariEdited By: Published: Mon, 06 Jul 2020 01:08 PM (IST)Updated: Mon, 06 Jul 2020 01:08 PM (IST)
उत्तराखंड: यात्रियों को बॉर्डर से लौटाया जा रहा वापस; पुलिस से हो रही नोकझोंक
उत्तराखंड: यात्रियों को बॉर्डर से लौटाया जा रहा वापस; पुलिस से हो रही नोकझोंक

हरिद्वार, जेएनएन। गुरु पूर्णिमा और सावन महीना शुरू होने के साथ ही जिले में प्रवेश करने के लिए सीमा पर लोगों की भारी भीड़ जुटने लगी है। समोवार को नारसन में भगवानपुर बॉर्डर पर पुलिसकर्मियों को भीड़ को रोकने में काफी मशक्कत का सामना करना पड़ा। पुलिस ने वाहनों को वापस लौटाना शुरू कर दिया। साथ ही चेतावनी दी कि अगर किसी ने चोरी-छिपे आने की कोशिश की, तो उसे खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। रात से लेकर अब तक पुलिस की ओर से करीब ढाई हजार वाहनों को वापस भेज दिया गया है। वहीं, भगवानपुर में काली नदी चौकी पर भी बिना अनुमति के यात्री वाहनों को लौटाया जा रहा है। कुछ लोग वापस लौटने पर बड़े परेशान दिखाई दे रहे हैं। इस दौरान लोगों की पुलिस से नोकझोंक भी हो रही है। 

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दरअसल, सरकार की ओर से अनलॉक-2 में कुछ छूट दी गई है। उत्तराखंड सरकार की ओर से साफ कहा गया है कि इस बार कांवड़ यात्रा नहीं होगी। इसलिए किसी को भी कांवड़ लाने की इजाजत नहीं होगी। साथ ही अन्य प्रदेशों से आने वाले यात्रियों के स्नान आदि पर भी रोक लगा दी गई है। इसी के मद्देनजर शनिवार से ही नारसन बॉर्डर पर सुरक्षा घेरा कड़ा कर दिया गया है। इसके बावजूद सोमवार को यहां दूसरे राज्यों से आने वाले वाहनों का जमावड़ा लगा रहा। पुलिसकर्मियों ने एक-एक कर चालकों को अनुमति दिखाने को कहा, लेकिन कई लोग अनुमति नहीं दिखा सके। 

काली नदी चौक से वाहनों को लौटाया वापस 

भगवानपुर की काली नदी चौकी पर सोमवार को बिना अनुमति के यात्री वाहनों को लौटाया गया। कुछ लोग वापस लौटने पर बड़े परेशान दिखाई दे रहे हैं। इसको लेकर लोगों की पुलिस के साथ कहासुनी भी हुई। पुलिस सभी लोगों को जानकारी देकर वापस लौटा रहे हैं। वहीं, काली नदी चौकी बॉर्डर पर शादी सीजन को लेकर करीब दस बारात अनुमति के साथ बॉर्डर पहुंची। पुलिस ने उन्हें अनुमति देखकर प्रदेश में आने की अनुमति दे दी है। सुबह छह बजे एक बारात बिना अनुमति के बॉर्डर चौकी पहुंची। पुलिस ने अनुमति न होने के कारण उन्हें वापस लौटा दिया। इस पर काफी देर तक लोग बहस करते रहे, लेकिन पुलिस के सामने उनकी एक न चली। इसके बाद बारात की अनुमति लेकर आने पर ही उन्हें उत्तराखंड की सीमा में घुसने दिया गया। बारात सहारनपुर से रामपुर चुंगी आनी थी।

उत्तर प्रदेश पुलिस से मांगा सहयोग

नारसन बॉर्डर पर भीड़ बढ़ने के साथ ही यहां पर जाम लग गया। हालत अनियंत्रित होते देख उत्तराखंड पुलिस ने मुजफ्फरनगर के पुलिस अधिकारियों से संपर्क साधा और वाहनों को उत्तराखंड की ओर आने से रोकने की अपील की। इसके बाद मुजफ्फरनगर पुलिस के सहयोग से कुछ हद तक स्थिति जरूर सुधरी। हालांकि बाद में चालकों ने रास्ता बदल लिया और दूसरे संपर्क मार्गों से राज्य की सीमा में प्रवेश करना शुरू कर दिया। इहालांकि बाद में संपर्क मार्गों पर भी पुलिस की ओर से निगरानी बढ़ा दी गई।

पुलिस ने जगह-जगह लगाए बोर्ड

कांवड़ यात्र स्थगित है। इसको लेकर पुलिस महकमे की ओर से जगह-जगह साइन बोर्ड लगाए गए हैं। इसके अलावा प्रदेश की सीमा से दूसरे जनपद में जा रहे वाहनों पर भी कांवड़ यात्र स्थगित होने की सूचना चस्पा की गई है। एसपी देहात स्वप्न किशोर सिंह ने बताया कि इस संबंध में पूर्व में बैठक हो चुकी है।

बॉर्डर पर दी जा रही मेला स्थगित होने की सूचना

कांवड़ियों को सीमा में प्रवेश से रोकने के लिए पुलिस ने खानपुर बार्डर पर बैरिकेडिंग लगा दी हैं। इसके अलावा सीमा से सटे क्षेत्र में बैनर पोस्टर लगाकर कांवड़ मेला स्थगित होने की सूचना दी जा रही है। खानपुर थानाध्यक्ष पीडी भट्ट ने बताया कि उच्चाधिकारियों के आदेशानुसार राज्य की सीमा व सीमावर्ती क्षेत्र में बैनर पोस्टरों के माध्यम से कांवड़ मेला स्थगित होने का प्रचार-प्रसार कर लोगों को जानकारी दी जा रही है। इसके अलावा खानपुर पुरकाजी सीमा, मोरना सीमा, बिजनौर सीमा पर बैरिकेडिंग कर दी गई है। उत्तर प्रदेश से आ रहे लोगों को चेकिंग और पूछताछ के बाद ही जनपद की सीमा में प्रवेश करने दिया जाएगा।

लालढांग में तैनात रहेगी एक कंपनी पीएसी

श्रवण मास के दौरान लालढांग क्षेत्र में पीएसी की एक कंपनी को तैनात किया गया है। यह क्षेत्र पौड़ी जिले की सीमा से लगा होने के कारण पुलिस ने यह फैसला लिया है। लालढांग चौकी इंचार्ज लक्ष्मण दत्त जोशी ने बताया कि लालढांग हरिद्वार जिले का अंतिम छोर है, जो पौड़ी गढ़वाल से लगा होने के साथ ही यहां जंगल के बीच से कई रास्ते हरिद्वार जाते हैं, जिसे देखते हुए एक कंपनी पीएसी तैनात किया गया है। एसओ श्यामपुर दीपक कठैत ने बताया कि चिड़ियापुर चेकपोस्ट पर उत्तर प्रदेश से आने वाले वाहनों व पैदल लोगों से पूछताछ के बाद ही जाने दिया जाएगा।

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ट्रकों से करेंगे मेला रद होने का प्रचार

कांवड़ मेला रद होने का प्रचार करने के लिए हरिद्वार पुलिस की पांच टीमें पड़ोसी राज्यों को भेजी गई हैं। वहीं ट्रक एसोसिएशन ने इस संबंध में एक सुझाव पुलिस को दिया है। ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस उत्तराखंड आदेश सैनी का कहना है कि लगभग 500 ट्रकों की आवाजाही रोजाना सभी राज्यों के छोटे-बड़े शहरों और गांवों में भी होती है। अगर पुलिस कांवड़ मेला रद होने के पोस्टर ट्रकों पर लगा दे तो बाहरी राज्यों के लोगों को इसका पता लग जाएगा। नोडल अधिकारी और एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय ने बताया कि इस बारे में विचार किया जाएगा। 

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