शंकराचार्य पर मुकदमा दर्ज करने वालों पर भी मुकदमा कराएगा भारत साधु समाज
भारत साधु समाज ने शंकराचार्य पर मुकदमा दर्ज करने वाले पुलिस अधिकारियों पर मुकदमा दर्ज कराने का एलान किया है।
हरिद्वार, [जेएनएन]: साईं को भगवान न मानने पर शंकराचार्य जगदगुरू स्वामी स्वरुपानंद सरस्वती पर दर्ज मुकदमें से भारत साधु समाज के अलावा धर्मनगरी के अनेक साधु संत भड़क उठे हैं। भारत साधु समाज ने शंकराचार्य पर मुकदमा दर्ज करने वाले पुलिस अधिकारियों पर मुकदमा दर्ज कराने का एलान किया है।
भारत साधु समाज के राष्ट्रीय मंत्री स्वामी ऋषिश्वरानंद ने कहा कि शंकराचार्य जैसे प्रतिष्ठित धर्मगुरू के खिलाफ शिकायत पर मुकदमा दर्ज करने से पहले इसके तथ्यों की पड़ताल करने की भी जरुरत नहीं समझा गया, साफ है कि ये सब किसी दबाव में किया गया। ऐसे में भारत साधु समाज शंकराचार्य पर दर्ज फर्जी मुकदमें के खिलाफ खुद उन पुलिस अधिकारियों पर मुकदमा दर्ज कराएगा। इसकी तैयारी हो चुकी है।
शंकराचार्य ने सुनाई आजादी के आंदोलन की दास्तां
उन्होंने कहा कि शंकराचार्य के बहाने हिंदू साधु संतों के विरूद्ध घिनौनी साजिश रची जा रही है। इसको भारत साधु समाज कतई सहन नहीं करेगा। आईपीसी (इण्डियन पैनल कोड) में प्रावधान है कि अगर समाज के किसी प्रतिष्ठित व्यक्ति पर कोई तथ्यहीन आक्षेप लगाता है तो मुकदमा दर्ज करने से पहले तथ्यों की सत्यता की पड़ताल की जाती है। पर, इस मामले में कानूनी प्रावधान का भी पालन नहीं किया गया।
धर्मग्रंथ के मुताबिक साईं न संत हैं न भगवान
स्वामी ऋषिश्वरानंद ने कहा जबकि यह बात सभी को मालूम है कि किसी भी धर्मग्रंथ के मुताबिक साईं न तो संत हैं और न ही भगवान। इस सर्वविदित तथ्य के बावजूद न सिर्फ शंकराचार्य पर मुकदमा दर्ज किया गया बल्कि उन्हें नोटिस भी भेज दिया गया।
उन्होंने आगे कहा कि भारत साधु समाज धर्मनगरी में इसी महीने पूरे देश के साधु संतों की एक बड़ी बैठक करने जा रहा है।
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शंकराचार्य पर मुकदमा सनातन हिंदू धर्म पर प्रहार
शंकराचार्य पर दर्ज मुकदमें से नाराज श्री मानव कल्याण आश्रम व ललिताम्बा देवी ट्रस्ट के संस्थापक एवं परमाध्यक्ष स्वामी कल्याणानंद ने शंकराचार्य का खुला समर्थन कर इसे सनातन हिंदू धर्म पर प्रहार बताया है। कहा कि आज से पचास साठ साल पहले बंबई व नासिक में शिरडी के साईं बाबा को कम लोग जानते थे।
कुछ स्वार्थी लोगों ने धन के लालच में साईं की महिमा का बढ़ चढ़कर प्रचार किया। कहा मंदिर उसको कहा जाता है जहां धर्म शास्त्रों व वेदों के द्वारा पंचदेव की मूर्ति स्थापित की जाती है। चाहे वह भगवान शंकर, श्रीराम, श्रीकृष्ण आदि पंचदेवों में से किसी की हो। उन्होंने यह भी कहा कुछ सिरफिरे लोग साईं को जबरन भगवान बनाने पर तुले हैं।
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शिरडी में साईं के जवाब में बनेगा सुदर्शन चक्र मंदिर
शंकराचार्य स्वामी स्वरुपानंद सरस्वती ने शिरडी में साईं के चमत्कार को जवाब देने के लिए शिरडी में सुदर्शन चक्र मंदिर बनवाने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि सुदर्शन चक्र मंदिर से इतने चमत्कार दिखेंगे कि उसके आगे साईं के चमत्कार कहीं नहीं टिकेंगे।
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में पानी का अकाल है। इसको दूर करने के लिए ज्योर्तिलिंग का पूजन अनुष्ठान आज से उन्होंने प्रारंभ कर दिया है। दावा किया कि वह देश में हरहाल में साईं की पूजा बंद कराएंगे। मंदिर कब तक बनेगा और कौन बनवाएगा के सवाल पर कहा मंदिर साधु संत मिलकर बनवाएंगे। जैसे ही जमीन मिल जाएगी मंदिर बन जायेगा। प्रतिमा निर्माण का कार्य लगभग पूरा हो चुका है।
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