अखाड़ा परिषद किताब का अध्ययन करके दर्ज कराएगा मुकदमा
पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद की विवादित किताब के बाद अब कांग्रेसी नेता राशिद अल्वी के भगवान राम का नाम लेने वालों को राक्षस बताए जाने से हरिद्वार का संत समाज आक्रोशित है। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत रविद्रपुरी (निरंजनी अखाड़ा) ने कहा कि अखाड़ा परिषद किताब का अध्ययन करने के बाद मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। तब तक अखाड़ा परिषद सरकार से पुस्तक के प्रकाशन और बिक्री पर रोक लगाने की मांग करती है।

जागरण संवाददाता, हरिद्वार : पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद की विवादित किताब के बाद अब कांग्रेसी नेता राशिद अल्वी के भगवान राम का नाम लेने वालों को राक्षस बताए जाने से हरिद्वार का संत समाज आक्रोशित है। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत रविद्रपुरी (निरंजनी अखाड़ा) ने कहा कि अखाड़ा परिषद किताब का अध्ययन करने के बाद मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। तब तक अखाड़ा परिषद सरकार से पुस्तक के प्रकाशन और बिक्री पर रोक लगाने की मांग करती है।
शुक्रवार को अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत रविद्रपुरी ने अपने बयान में कहा कि आज बहुत दुख हुआ कि इतने बड़े नेता राशिद अल्वी जो कांग्रेस के दिग्गज नेता माने जाते हैं, उन्होंने इस तरह का छोटा और बचकाना बयान दिया। इससे बहुत दुख हुआ है, हमने वह पुस्तक मंगाई है, जिस पुस्तक का विमोचन किया गया। पुस्तक को पढ़कर विधिक राय लेकर उनके खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई जाएगी। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ नेता अपनी घटिया राजनीति के चलते हिदू-मुस्लिम विवाद पैदा कर देश का सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ना चाहते हैं। लेकिन, संत समाज उनकी साजिश को सफल नहीं होने देगा। कहा कि, लोग मुझसे पूछते हैं कि आप भाजपा की बात क्यों करते हैं, मैं इसका कारण यही बताता हूं कि कांग्रेस हमेशा से हिदू विरोधी है और हिदू-मुस्लिम मामले करती आई है। जबकि भाजपा एक मात्र ऐसी पार्टी है जो भगवान राम की बात करती है और कभी भी कोई ऐसा बयान नहीं देती है जो मुसलमानों के विरोध में हो। कांग्रेस के बड़े-बड़े नेताओं के इस तरह के बयान संत समाज के साथ-साथ सनातन धर्म के मानने वालों को ठेस पहुंचाते हैं। सलमान खुर्शीद और राशिद अल्वी के बयान से संत समाज के साथ-साथ सभी सनातन धर्मी आक्रोशित और नाराज हैं।
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