फसलों का बीमा नहीं कराने वाले किसान सरकारी मदद की भरोसे
संवाद सूत्र लक्सर ओलावृष्टि और बारिश के फसलों को नुकसान के बावजूद बड़ी संख्या में किसान
संवाद सूत्र, लक्सर : ओलावृष्टि और बारिश के फसलों को नुकसान के बावजूद बड़ी संख्या में किसानों को केवल सरकार से मिलने वाले मुआवजे से ही संतोष करना होगा। अधिकांश किसानों के फसलों का बीमा नहीं कराने के कारण उन्हें बीमा क्लेम से वंचित रहना पड़ेगा।
गौरतलब है कि प्राकृतिक आपदा में फसलों को होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए सरकार की ओर से प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का संचालन किया जा रहा है। योजना के तहत फसलों का बीमा कराने के लिए कृषि विभाग से लेकर प्रशासन तक किसानों को प्रोत्साहित करता है लेकिन किसान अपनी फसलों का बीमा कराने में बहुत अधिक दिलचस्पी नहीं दिखाते हैं। हरिद्वार जिले में करीब 90 हजार किसान हैं लेकिन यहां योजना के तहत फसलों का बीमा कराने वालों की संख्या करीब 2200 ही है। ओलावृष्टि व बारिश के कारण इस बार 50 फीसद से अधिक किसानों की गेंहू, सरसों, हरे चारे, सब्जी और दलहन की फसलों को नुकसान पहुंचा है। किसानों की ओर से शासन से मुआवजे की मांग की जा रही है। कृषि विभाग व प्रशासन की ओर से फसलों को हुई क्षति का आंकलन भी कराया जा रहा है। अन्य किसानों को सरकार से मिलने वाली मदद से ही संतोष करना होगा। एसडीएम पूरण सिंह राणा ने बताया कि जिन किसानों ने फसलों का बीमा नहीं कराया उन्हें भी सरकार की ओर से मुआवजा उपलब्ध होगा। इसके लिए सर्वे कराकर रिपोर्ट जिला प्रशासन को भेजी जा रही है।