संस्कृत के संवर्द्धन को होंगे राज्य स्तरीय कार्यक्रम
जागरण संवाददाता, हरिद्वार : उत्तराखंड संस्कृत अकादमी की बैठक में प्रदेश की द्वितीय राजभाषा संस्कृत क
जागरण संवाददाता, हरिद्वार : उत्तराखंड संस्कृत अकादमी की बैठक में प्रदेश की द्वितीय राजभाषा संस्कृत के प्रचार प्रसार एवं संवर्द्धन के लिए वर्ष 2016-17 के राज्य स्तरीय, अखिल भारतीय कार्यक्रमों की रूपरेखा तय की गई। सचिव डॉ. सुरेश चंद्र बहुगुणा ने बताया कि अकादमी की ओर से प्रदेश के 95 विकासखंड व 13 जिलों के विद्यालयों, महाविद्यालयों, विश्वविद्यालयों में छात्र-छात्राओं के सर्वांगीण विकास के लिए संस्कृत नाटक, समूहगान, समूह नृत्य, वाद विवाद, आशुभाषण, श्लोकोच्चारण प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा। इसमें प्रथम, द्वितीय, तृतीय स्थान प्राप्त करने वालों को नकद पुरस्कार व प्रमाणपत्र दिए जांएगे।
बताया कि जनपदवार प्रथम स्थान प्राप्त करने वालों को राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं में आमंत्रित किया जाएगा। प्रदेश के संस्कृत महाविद्यालय, सामान्य महाविद्यालयों, विश्वविद्यालयों के छात्रों के लिए सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता, राज्य स्तरीय शास्त्रीय प्रतियोगिताओं के अंतर्गत वेदमंत्र अंत्याक्षरी, व्याकरण सूत्र अन्त्याक्षरी, श्लोक अंत्याक्षरी होगी। देश के संस्कृत विद्वानों के लिए अखिल भारतीय संस्कृत नाटक लेखन, संस्कृत कथा लेखन, समस्यापूर्ति लेखन प्रतियोगिता भी होगी। साथ ही अकादमी की ओर से सात संस्कृत विद्वानों को प्रांतीय सम्मान से सम्मानित किया जाएगा। संस्कृत छात्र प्रतिभा सम्मान के लिए माध्यमिक बोर्ड, माध्यमिक संस्कृत बोर्ड में हाईस्कूल, इंटर, पूर्व मध्यमा, उत्तर मध्यमा, प्रमुख विश्वविद्यालयों में बीए व एम में संस्कृत विषय में सर्वाधिक अंक पाने वाले प्रथम द्वितीय व तृतीय वाले छात्रों को भी सम्मानित किया जाएगा। बैठक में कोषाध्यक्ष डॉ. तंजीम अली, शोध अधिकारी डॉ. हरीशचंद्र गुरुरानी, प्रकाशन अधिकारी किशोरी लाल रतूड़ी, शोध सहायक डॉ. सीएसआर, ¨लगारेड्डी, लेखाकार राधेश्याम आदि उपस्थित रहे।