सट्टेबाजी के खिलाफ ज्ञापन देने पहुंचे यूथ कांग्रेसी, कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद ही मिली अनुमति
ऋषिकेश और आसपास क्षेत्र में सट्टेबाजी और अन्य आपराधिक गतिविधियों पर रोक की मांग को लेकर उप जिलाधिकारी को ज्ञापन देने गए जिला यूथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पहले अपना कोविड टेस्ट कराना पड़ा। रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद ही उपजिलाधिकारी ने उनसे ज्ञापन लिया।
ऋषिकेश, जेएनएन। तीर्थ नगरी ऋषिकेश और आसपास क्षेत्र में सट्टेबाजी और अन्य आपराधिक गतिविधियों पर रोक की मांग को लेकर उप जिलाधिकारी को ज्ञापन देने गए जिला यूथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पहले अपना कोविड टेस्ट कराना पड़ा। रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद ही उपजिलाधिकारी ने उनसे ज्ञापन लिया।
जिला यूथ कांग्रेस के पदाधिकारी और सदस्य सोमवार को तहसील पहुंचे, जहां उन्होंने उपजिलाधिकारी को सट्टेबाजी के खिलाफ ज्ञापन देना था। कार्यालय में मौजूद उप जिलाधिकारी वरुण चौधरी ने कहा कि वर्तमान में कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के लिए तहसील प्रशासन ने निशुल्क कोविड टेस्ट कराया। तहसील में किसी भी कार्य के लिए आने वालों को कोरोना जांच करानी आवश्यक है। उन्होंने ज्ञापन देने वालों से भी जांच कराने के लिए कहा। इसके बाद जिला महासचिव यश अरोड़ा, पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष गौरव राणा, छात्र संघ महासचिव दीपक भारद्वाज ने यहां तैनात स्वास्थ्य कर्मचारियों से अपनी कोरोना जांच कराई।
एंटीजन जांच में तीनों की रिपोर्ट नेगेटिव आई। रिपोर्ट के लिए इनको 15 मिनट इंतजार करना पड़ा, जिसके बाद ही वह उप जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंप पाए। ज्ञापन के जरिए संगठन कार्यकर्ताओं ने उपजिलाधिकारी को अवगत कराया कि आइपीएल में सट्टा लगाते कुछ लोगों को रायवाला में गिरफ्तार किया गया है। ऋषिकेश में भी युवाओं के बीच इस प्रकार का माहौल बनता जा रहा है।
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इस दौरान यूथ कांग्रेस ने कहा कि आजकल के युवा पैसा कमाने की अंधी दौड़ में इस तरह के कार्य में शामिल होने से गुरेज नहीं करते हैं। इस तरह का लालच उन्हें अपराध की ओर धकेल रहा है। ज्ञापन में कहा गया कि तीर्थ नगरी के युवाओं को इस प्रकार सट्टेबाजी से बचाने के लिए प्रशासन के स्तर पर उचित कार्रवाई की जाए।