फोन और वीडियो कॉल कर घर बैठे कराया जा रहा पूजा पाठ, पढ़िए पूरी खबर
मन्नत पूरी करनी हो या फिर घर में किसी खुशी के मौके पर भगवान की कथा हवन दीप यज्ञ या फिर अन्य धार्मिक अनुष्ठान करवाने की चाहत हो कोरोना संकट काल में ये सब करवाने के लिए अब पंडित को घर बुलाने की जरूरत नहीं पड़ रही है।
जागरण संवाददाता, देहरादून। मन्नत पूरी करनी हो या फिर घर में किसी खुशी के मौके पर भगवान की कथा, हवन, दीप यज्ञ या फिर अन्य धार्मिक अनुष्ठान करवाने की चाहत हो, कोरोना संकट काल में ये सब करवाने के लिए अब पंडित को घर बुलाने की जरूरत नहीं पड़ रही है। शहर के कई पंडित हाईटेक हो चुके हैं। फोन, वीडियो कॉल कर घर बैठे ही पूजा पाठ कराया जा रहा है। या फिर उन्हें पूजा का विधिवत तरीका फोन के माध्यम से बता रहे हैं। यजमान भी नेट बैंकिंग, गूगल पे, पेटीएम से दान दक्षिणा दे रहे हैं। पूजा पाठ कराने के साथ ही पूजन सामग्री एक कॉल करने पर मिल रही है।
कोरोना संक्रमण पर अंकुश लगाने के लिए लगाए गए कोविड कर्फ्यू में धार्मिक आयोजन बंद होने के साथ ही पूजा पाठ भी सादगी के साथ हो रहे हैं। अधिकांश यजमान घर में किसी को बुलाने से बच रहे हैं और बिना पंडित बुलावे उनकी परामर्श लेकर ऑनलाइन माध्यम से पूजा करवा रहे हैं, वहीं पंडित भी हाईटेक होने लगे हैं। पंडितों ने भी पूजा का तरीका बदल दिया है। इसके तहत हवन, कथा, गृह शांति, नामकरण संस्कार, दोष निवारण, पिंडदान आदि पूजा पाठ ऑनलाइन किए जा रहे हैं।
उत्तराखंड विद्वत सभा के प्रवक्ता आचार्य विजेंद्र प्रसाद ममगाईं के अनुसार, इस समय यजमान कोरोना का भय के बीच पूजा पाठ घर में ही करवा रहे हैं, पूजा का सामान फोन कर पहले ही मंगवा लिया जाता है, इसके बाद उन्हें पूजा शुरु होने से पहले पूजा विधि और पूजास्थल की तैयारी करवाई जाती है। पूजा शुरू होने के साथ ही वीडियो कॉल कर पूजा करवाते हैं। इससे यजमान भी खुश रहता है और पंडितों को भी इस दौर में घर से बाहर नहीं निकलना पड़ता।
उन्होंने बताया कि इस कोरोना संक्रमण के बीच उन्होंने पांच ऑनलाइन पूजा पाठ करवाए, जिसमें मुंडन और पिंडदान शामिल हैं। इसके अलावा यजमान पूजा के लिए हर दिन फोन कर परामर्श लेते रहते हैं। टपकेश्वर स्थित वैष्णो देवी गुफा योग मंदिर के संस्थापक बिपिन जोशी के मुताबिक, आजकल कोरोना के चलते कई लोग संक्रमित हैं और घर या अस्पताल में इलाज चल रहा है। संक्रमित व्यक्ति और परिवार के स्वस्थ के लिए हर दिन आठ से 10 फोन आ रहे हैं। जिनके नाम की पूजा, यज्ञ और आरती ऑनलाइन भी की जा रही है।
गढ़ी कैंट स्थित शनि मंदिर के आचार्य डॉ. सुशांत राज ने बताया कि मंदिर भक्तों के दर्शन के लिए बंद है, लेकिन भक्तों के फोन या व्हाट्सअप आने पर उनसे नाम, गोत्र, जन्म दिवस और जगह पूछकर पंडित हर दिन सुबह उनके नाम से हवन और महामृत्युंजय पाठ कर रहे हैं। हर दिन इस तरह 10 फोन आ जाते हैं। कुछ को वीडियो कॉल तो कुछ को पूजा की विधि बताकर फोन पर ही मंत्रोच्चार किया जाता है।
कई यजमान पूजा सफल व संपन्न के बाद ऑनलाइन दक्षिणा नेट बैंकिंग से करने की बात कहते हैं। सर्वे चौक स्थित दुर्गा मंदिर के पंडित बीके शास्त्री के मुताबिक मंदिर बंद है, कई भक्त पूजा करवाने के लिए फोन करते हैं तो उन्हें घर पर ही पूजा करने की विधि बताते हुए सलाह दे रहे हैं।
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