उपनल कर्मियों ने दी अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी
उत्तराखंड उपनल संविदा कर्मचारी संघ ने समान कार्य के लिए समान वेतन और नैनीताल हाईकोर्ट के आदेश को लागू करने को लेकर शुक्रवार को जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया।
जागरण संवाददाता, देहरादून:
उत्तराखंड उपनल संविदा कर्मचारी संघ ने समान कार्य के लिए समान वेतन और नैनीताल हाईकोर्ट के आदेश को लागू करने को लेकर शुक्रवार को जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया। संघ ने कहा कि आंदोलन के तीसरे चरण में सासदों व विधायकों को समस्या से अवगत कराया जाएगा। इसके बाद भी बात नहीं बनी तो चौथे चरण में गोल्ज्यू देवता के दरबार में गुहार लगाई जाएगी। इन सब के बाद भी सरकार ने मांगे नहीं मानी तो वह अनिश्चितकालीन हड़ताल को बाध्य होंगे।
उत्तराखंड उपनल संविदा कर्मचारी संघ के आह्वान पर शुक्रवार को प्रदेश के सभी जिलों के जिलाध्यक्ष देहरादून पहुंचे। यहां संरक्षक अशोक चौधरी के नेतृत्व में जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने कहा कि उपनल कर्मियों को समान कार्य के लिए समान वेतन दिया जाए। उच्च न्यायालय नैनीताल के दिए गए फैसले को यथावत लागू किया जाए। उन्होंने कहा कि उपनल संविदा कर्मचारियों के द्वारा प्रथम चरण में पूरे प्रदेश में अपने कार्य स्थलों पर कार्य करते हुए काली पट्टी बाधकर विरोध प्रदर्शन किया गया। द्वितीय सप्ताह में सभी पूर्व सैनिकों वर्तमान में सेना में कार्यरत सैनिकों द्वारा अपने आश्रितों (बच्चों) उपनल में कार्यरत संविदा कर्मचारियों की पीड़ा व्यथा व सुरक्षित भविष्य व समान कार्य समान वेतन लागू करने के लिए मुख्यमंत्री को हस्तलिखित पत्र भेजे गए। अब तीसरे और चौथे चरण का आंदोलन शीघ्र शुरू कर दिया जाएगा। प्रदेश महामंत्री मनोज जोशी ने कहा कि राज्यपाल को भी उपनल संविदा कर्मचारियों की समस्याओं के निराकरण संबंध में पत्र भेजा गया है।
ज्ञापन देने के दौरान नैनीताल जिला अध्यक्ष मनोज शर्मा, चंपावत जिला अध्यक्ष पवन डुंगरिया, पिथौरागढ़ के जिला अध्यक्ष त्रिभुवन बसेड़ा, देहरादून जिला अध्यक्ष प्रमोद गुंसाई, टिहरी के प्रदीप डोभाल, चमोली के शैलेंद्र रावत, अल्मोड़ा के मनीष वर्मा, उधमसिंहनगर के मनोज कुमार, बागेश्वर के प्रकाश उपाध्याय, उत्तरकाशी के विपिन असवाल, पौड़ी के शीशपाल राणा, रुद्रप्रयाग व हरिद्वार के जिला अध्यक्ष शामिल रहे।