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Chhath Puja 2021: उदयीमान सूर्य को अर्घ्य के साथ चार दिवसीय छठ पूजा संपन्‍न, सभी घाट पर उमड़ पड़ा आस्था का सैलाब

Chhath Puja 2021 आज गुरुवार को भोर में पूर्व दिशा की ओर आसमान पर जैसे ही लालिमा छाई व्रतियों का उत्साह चरम पर पहुंच गया। सूर्य ने जैसे आज सुबह करीब 640 बजे दर्शन दिए व्रतियों ने उन्हें अर्घ्य देकर कर पूजा।

By Sunil NegiEdited By: Published: Thu, 11 Nov 2021 07:36 AM (IST)Updated: Thu, 11 Nov 2021 08:37 PM (IST)
Chhath Puja 2021: उदयीमान सूर्य को अर्घ्य के साथ चार दिवसीय छठ पूजा संपन्‍न, सभी घाट पर उमड़ पड़ा आस्था का सैलाब
उदयीमान सूर्य को अर्घ्य के साथ चार दिवसीय छठ पूजा का महिलाओं ने किया पारण।

जागरण संवाददाता, ऋषिकेश। Chhath Puja 2021: लोक आस्था का चार दिवसीय महापर्व छठ उगते सूर्य को अघ्र्य देने के साथ संपन्न हो गया। पर्व के अंतिम दिन शहर के समस्त घाट पर आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। महिलाओं ने छठ मैया से परिवार की खुशहाली व संतान की रक्षा समेत सुख-समृद्धि की कामना कर 36 घंटे का व्रत खोला।

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गुरुवार तड़के चार बजे से ही विभिन्न घाटों पर श्रद्धालुओं ने आना शुरू कर दिया था। दीयों की रोशनी में घाट जगमग हो गए और इस दौरान जमकर आतिशबाजी भी की गई। सूर्य की पहली किरण के साथ व्रतियों ने सूर्य को अघ्र्य अॢपत करना प्रारंभ किया। टपकेश्वर स्थित तमसा नदी, प्रेमनगर स्थित टोंस नदी, मालदेवता में सौंग नदी, रिस्पना, रायपुर व बह्मपुरी छठ पार्क घाट समेत कई घाटों पर पानी में खड़े होकर श्रद्धालुओं ने अघ्र्य दिया। कई श्रद्धालुओं ने कोरोना की गाइडलाइन का पालन करते हुए अपने घरों की छत पर टब व बड़े बर्तन में पानी भरकर उसे ही तालाब मानते हुए सूर्यदेव को अघ्र्य दिया। 36 घंटे का निर्जला उपवास रखकर व्रतियों ने छठ मैया के साथ पितरों को भोग लगाकर पूजा-अर्चना की व उसके बाद व्रत खोला। व्रतियों ने सुहागिनों को सिंदूर और पुरुषों को तिलक लगाकर उनके सुख और शांतिमय जीवन की कामना की।

गीत के साथ दिया अर्घ्‍य

भंडारीबाग, किशननगर सहित विभिन्न जगहों पर सूर्य को अघ्र्य दिया गया। इस दौरान पहिले पहिल हम कईनी..,छठी मईया व्रत तोहार..,करिहा क्षमा छठी मईया.., भूल-चूक गलती हमार.., सब के बलकवा के दिहा.., छठी मईया ममता-दुलार.. आदि गीत गाकर छठी मैया की पूजा की गई।

संतान प्राप्ति का आशीर्वाद देती हैं छठी मैया

छठ को माई, छठ माई पूजा और सूर्य षष्ठी पूजा के नाम से भी जाना जाता है। ऐसा माना जाता है कि भक्तों की भक्ति से प्रसन्न होकर छठ मैया विवाहित जोड़ों को संतान प्राप्ति का आशीर्वाद देती हैं। साथ ही नि:संतान दंपत्तियों की मनोकामना को पूरा भी करती हैं। सूर्य देव व्रती के निरोगी व सुखी जीवन का आशीष प्रदान करते हैं।

मुख्य सड़कों प घाटों पर की सफाई

विभिन्न घाटों पर व्यवस्था बनाने के लिए पूर्वा सांस्कृतिक मंच और बिहारी महासभा के साथ ही सामाजिक संगठन के सदस्यों ने पर्व संपन्न होने के बाद मुख्य सड़क, गली और विभिन्न घाटों की सफाई की।

आइटीबीपी परिसर में भी हुआ पूजन

सीमाद्वार स्थित आइटीबीपी परिसर में भी झील के किनारे छठ पर्व मनाया गया। इस दौरान उत्तरी सीमांत मुख्यालय के डीआइजी नीलाभ किशोर ने पत्नी निधि श्रीवास्तव एवं परिवार के सदस्यों के साथ उगते सूरज को अघ्र्य दिया। डीआइजी की पत्नी ने पूजन में शामिल आइटीबीपी जवानों के परिवारों की महिलाओं को पूजन की विधि व महत्ता के संबंध में जानकारी दी।

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