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Uttarakhand Election 2022: उत्‍तराखंड के उत्तरकाशी में महिलाएं मतदान में तो पुरुषों से आगे, पर प्रतिनिधित्व में हैं पीछे

Uttarakhand Vidhan Sabha Election 2022 उत्तरकाशी की तीन विधानसभा सीटों पुरोला यमुनोत्री व गंगोत्री में लोकतंत्र के महायज्ञ में महिलाओं ने पुरुषों से अधिक मतदान किया। 2012 और 2017 के विधानसभा चुनाव में पुरुषों की तुलना में महिलाओं का मतदान प्रतिशत चार से पांच प्रतिशत अधिक रहा।

By Sunil NegiEdited By: Published: Wed, 19 Jan 2022 02:06 PM (IST)Updated: Wed, 19 Jan 2022 02:06 PM (IST)
Uttarakhand Election 2022: उत्‍तराखंड के उत्तरकाशी में महिलाएं मतदान में तो पुरुषों से आगे, पर प्रतिनिधित्व में हैं पीछे
उत्तरकाशी में महिलाएं मतदान में पुरुषों से आगे रही, लेकिन प्रतिनिधित्व में पीछे रही।

शैलेंद्र गोदियाल, उत्तरकाशी। लोकतंत्र में महिलाओं को आधी आबादी का दर्जा तो दिया गया है, लेकिन बात जब राजनीतिक प्रतिनिधित्व की आती है यह आंकड़ा एक-चौथाई से भी कम पर सिमट जाता है। उत्तरकाशी में महिलाएं मतदान में पुरुषों से आगे रही, लेकिन प्रतिनिधित्व में पीछे रही। यहां 1952 में अविभाजित उत्तर प्रदेश से लेकर वर्ष 2000 में उत्तराखंड बनने के बाद तक हुए विधानसभा चुनावों में महज पांच महिलाएं चुनाव मैदान में उतरीं पर इनमें से एक भी जीत दर्ज नहीं कर सकीं। वर्ष 2012 और 2017 के विस चुनाव में जिले की तीनों सीटों पर एक भी महिला प्रत्याशी मैदान में नहीं थी।

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उत्तराखंड बनने से पहले अविभाजित उप्र में उत्तरकाशी जनपद और टिहरी गढ़वाल का थत्यूड़ ब्लाक उत्तरकाशी विधानसभा क्षेत्र में शामिल था। 1952 से लेकर 1996 तक यहां से निर्दलीय, कांग्रेस, जनता पार्टी, भाजपा और समाजवादी पार्टी के विधायक रहे हैं। 1993 में कांग्रेस ने उत्तरकाशी विधानसभा सीट पर पूर्व विधायक स्व. बलदेव सिंह आर्य की बेटी बीनू आर्य को टिकट दिया। बीनू आर्य उत्तरकाशी विधानसभा की पहली महिला प्रत्याशी थी। लेकिन, वह चुनाव नहीं जीत पाई।

उत्तराखंड बनने के बाद वर्ष 2002 में हुए पहले चुनाव में कांग्रेस ने पुरोला से पूर्व मंत्री स्व. बर्फीलाल जुवांठा की पत्नी शांति जुवांठा को टिकट दिया। शांति जुवांठा दूसरे स्थान पर रही। जबकि, 2002 में भाजपा ने यमुनोत्री सीट से सुलोचना गौड़ को प्रत्याशी बनाया, जो तीसरे स्थान पर रही। यमुनोत्री सीट से वर्ष 2007 में भाजपा ने विमला नौटियाल को टिकट दिया था, जो तीसरे नंबर पर रही। वहीं गंगोत्री विधानसभा सीट से लोक जनशक्ति पार्टी की प्रत्याशी नारायणी देवी ने चुनाव लड़ा। तब उनके चुनाव प्रचार में रामविलास पासवान भी उत्तरकाशी आए थे। लेकिन, वो मुकाबले में भी नहीं आ सकी थी।

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