वर्चुअली मनाया गया वेल्हम गर्ल्स स्कूल का 63वां स्थापना दिवस, अनेकता में एकता का दिया संदेश
Welham Girls School वेल्हम गर्ल्स स्कूल का 63वां स्थापना दिवस शनिवार को वर्चुअल माध्यम से हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस मौके पर भ्रष्टाचार बाल श्रम आदि विषयों पर जागरूक करते नुक्कड़ नाटक की प्रस्तुतियों के साथ विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम भी हुए।
देहरादून, जेएनएन। Welham Girls School वेल्हम गर्ल्स स्कूल का 63वां स्थापना दिवस शनिवार को वर्चुअल माध्यम से हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस मौके पर भ्रष्टाचार, बाल श्रम आदि विषयों पर जागरूक करते नुक्कड़ नाटक की प्रस्तुतियों के साथ विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम भी हुए। वहीं, नाटक के माध्यम से अनेकता में एकता का संदेश दिया।
कोरोनाकाल के चलते इस बार स्कूल ने एक घंटे का समारोह रखा। सुबह साढ़े दस बजे शिक्षक, अभिभावक और छात्राएं वर्चुअल माध्यम से जुड़े। समारोह में सबसे पहले प्लेवर्स ऑफ इंडिया प्रदर्शनी का उद्घाटन किया गया। जिसमें हर कक्षा के छात्राओं ने हैंडीक्रॉफ्ट, कागज के खिलौने, किताबें प्रदर्शित की। मुख्य अतिथि स्कूल की पूर्व चेयरमैन विनिता बाली ने छात्राओं की प्रस्तुति की प्रशंसा की। कहा कि छात्राएं पढ़ाई को किसी दवाब के रूप में न लें, बल्कि शांत मन से चीजों को समझने का प्रयास करें।
इस मौके पर कक्षा 10 की छात्राओं ने कोविड-19 का पालन करने को लेकर अपने विचार रखे। चेयरमैन दीपक कपूर ने कहा कि स्कूल में छात्राओं की पढ़ाई और उन्हें बेहतर माहौल दिलाने के लिए हरसंभव प्रयास किया जा रहा है। इस दौरान अवार्ड सेरेमनी के तहत 25 वर्षों तक स्कूल में सेवारत शिक्षक व कर्मचारियों को लॉन्ग सर्विस अवॉर्ड दिया गया। प्रधानाचार्य पद्मिनी संभासिवम ने सभी का आभार जताया।
छात्रों को एड्स के प्रति किया जागरूक
उत्तराखंड एसोसिएशन फॉर पॉजिटिव पीपल लिविंग विद एचआइवी/एड्स ने वेबिनार के माध्यम से श्री गुरु राम राय पीजी कॉलेज के छात्रों को एड्स के प्रति जागरूक किया। कार्यक्रम का उद्घाटन महाविद्यालय की सह प्राचार्य डॉ. बलबीर कौर ने किया। संस्था की ओर से अमित कुमार ने एचआइवी के विषय में विस्तृत जानकारी दी। साथ ही संस्था द्वारा किए जा रहे कार्यों के बारे में भी बताया। उन्होंने नई पीढ़ी से एचआइवी संक्रमितों को भेदभाव मुक्त वातावरण प्रदान करने का अनुरोध किया।
उत्तराखंड राज्य एड्स नियंत्रण समिति के कार्यक्रम अधिकारी गगन लूथरा ने एचआइवी/एड्स के बारे में जानकारी दी। एड्स के कारण, लक्षण, एआरटी सेंटर, दवा आदि पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि जिस तरह मधुमेह और हाइपरटेंशन की दवा नियमित खाकर सामान्य जीवन बिताया जा सकता है, उसी तरह एचआइवी का मरीज भी दवा लेकर सामान्य जीवन जी सकता है। एनसीपीआइ से मोना बलानी ने छात्रों को एड्स दिवस पर प्रचार-प्रसार के माध्यम से जनजागरूकता के लिए प्रेरित किया। साथ ही उनके सवालों के भी जवाब दिए।
यह भी पढ़ें: प्राथमिक शिक्षकों ने शिक्षा निदेशालय में धरना देकर जताया आक्रोश