जब हो इम्युनिटी बढ़िया तो क्यों हो रोग, पढ़िए पूरी खबर
बारिश के मौसम में विभिन्न प्रकार के संक्रमण होने के पीछे मूल कारण शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता का बिगड़ना भी है। जब इम्युनिटी बढ़िया तो रोग नहीं होंगे।
देहरादून, जेएनएन। कहते हैं कि कमजोर शरीर रोगों को अनायास निमंत्रण दे डालता है। उसपर यदि इम्युनिटी भी साथ न दे तो स्थिति खराब जानिए। कहते हैं कि अच्छी रोग प्रतिरोधक क्षमता उत्तम स्वास्थ्य की निशानी है।
उत्तराखंड आयुर्वेद विश्विद्यालय के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. नवीन जोशी ने बताया कि यदि रोगों से लड़ने की क्षमता ही कमजोर हो तो संक्रमण व्यक्ति को तुरंत जकड़ लेगा। बारिश के मौसम में विभिन्न प्रकार के संक्रमण होने के पीछे मूल कारण शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता का बिगड़ना भी है। ऐसे में साधारण से जान पड़ने वाले द्रव्यों का नियमित प्रयोग आपके शरीर को तंदुरुस्त रखता है।
- नित्य आंवले का सेवन आपके शरीर को अनायास होने वाले विषाणु जनित संक्रमण से बचाता है। इसे आप मुरब्बा या चूर्ण के रूप में 3 से 5 ग्राम नियमित ले सकते हैं।
- सूखी अदरक यानि सौंठ का प्रयोग आपके शरीर की पाचक अग्नि को ठीक कर भोजन के सम्यक पाचन को नियमित करता है, जिससे आपके शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता भी दुरुस्त रहती है।
- नीम के पेड़ पर चढ़ी ताजी गिलोय की एक गांठ को मुंह में रखकर चूसने भर मात्र से आप पूरे वर्ष भर के लिए अपने शरीर को जीवाणु एवं विषाणुजनित संक्रमणों से बचा सकते हैं।
- एलोवेरा एवं तुलसी के पत्तों के स्वरस को 1 से 2 चम्मच की मात्रा में नियमित रुप से लेकर भी आप अपनी रोगप्रतिरोधक क्षमता को व्यवस्थित कर सकते हैं।
कुछ साधारण उपाय
- प्रात:काल की खुली हवा में सैर
- नित्य प्राणयाम का अभ्यास
- योग के षट्कर्म की जलनेति का अभ्यास
- नियमित व्यायाम विशेष रूप से सूर्य नमस्कार का अभ्यास
- ताजे मौसमी फलों एवं हरी सब्जियों का सेवन
- तनावमुक्त एवं सकरात्मक सोच
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ये कुछ साधारण से जान पड़ने वाले बेहतरीन उपाय हैं, जिनका नियमित प्रयोग आपकी नियमित दिनचर्या को व्यवस्थित करने के साथ साथ रोगों से लड़ने की क्षमता को भी बढ़ाता है।
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