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अब केंद्रीय स्तर पर रहेगा वोटरों का डाटाबेस

अब देश भर के वोटरों का एक संयुक्त डाटाबेस बनाया जा रहा है। इस डाटाबेस में दोहरे नाम आसानी से पकड़े जा सकेंगे।

By Sunil NegiEdited By: Published: Thu, 05 Oct 2017 02:07 PM (IST)Updated: Thu, 05 Oct 2017 08:50 PM (IST)
अब केंद्रीय स्तर पर रहेगा वोटरों का डाटाबेस
अब केंद्रीय स्तर पर रहेगा वोटरों का डाटाबेस

देहरादून, [राज्य ब्यूरो]: भारत निर्वाचन आयोग ने अब दो प्रदेशों में वोटर बने लोगों पर नकेल डालने को ठोस कदम उठाया है। इसके तहत अब देश भर के वोटरों का एक संयुक्त डाटाबेस बनाया जा रहा है। इस डाटाबेस में दोहरे नाम आसानी से पकड़े जा सकेंगे। 

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निर्वाचन आयोग 10 अक्टूबर से वोटर सूची के पुनरीक्षण का काम शुरू कर रहा है। इसके तहत एक जनवरी 2018 को 18 वर्ष पूरा करने वाले युवा वोटरलिस्ट में अपना नाम दर्ज करा सकते हैं। अभी तक तैयार वोटर लिस्ट में प्रदेश में तकरीबन 20 हजार नए वोटर बढ़े हैं जबकि सर्विस वोटर की संख्या में सात हजार की कमी हुई है।

बुधवार को मुख्य निर्वाचन अधिकारी राधा रतूड़ी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि भारत निर्वाचन आयोग ने एक जनवरी 2018 की अर्हता तिथि के आधार पर विधानसभा निर्वाचक नामावली का संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम जारी किया है। इसके तहत 10 अक्टूबर को राज्य के सभी 10870 मतदेय स्थलों में मतदाता सूची में नाम जोडऩे का काम शुरू होगा। नए आवेदक फार्म छह पर आवेदन कर सकते हैं। 

वोटर लिस्ट में दर्ज किसी वोटर की मृत्यु होने अथवा अन्यत्र चले जाने वाले वोटर का नाम वोटर लिस्ट से हटाने के लिए फार्म-7 पर आपत्ति दर्ज की जा सकती है। वोटर लिस्ट में किसी प्रकार की गलती ठीक करवाने के लिए फार्म-8 पर आवदेन किया जा सकता है। निर्वाचन क्षेत्र अथवा निवास बदलने के बाद नए क्षेत्र में वोटर लिस्ट में नाम शामिल कराने के लिए फार्म-8ए में आवेदन कर सकते हैं।

उन्होंने कहा कि 10 नवंबर तक नाम शामिल करने और हटाने का दावा प्रस्तुत किया जा सकता है। 30 नवंबर को दावों और आपत्तियों का निस्तारण किया जाएगा। 10 जनवरी को दावे व आपत्तियों की डाटा एंट्री कर इन्हें डाटाबेस में अपडेट किया जाएगा। 15 जनवरी को वोटर लिस्ट का प्रकाशन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिन वोटर के पास वोटर कार्ड है वे भी एक बार अपना नाम वोटर लिस्ट में चेक कर लें ताकि भविष्य में किसी असुविधा का सामना न करना पड़े। 

उन्होंने कहा कि यदि कोई वोटर एक से अधिक वोटर लिस्ट में अपना नाम पंजीकृत कराता है तो उसके खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाएगी। वोटर लिस्ट विभागीय वेबसाइट व आयोग की वेबसाइट पर उपलब्ध है। कोई भी व्यक्ति अपने नाम अथवा वोटरकार्ड नंबर से अपना नाम सर्च करके देख सकता है। अभी तक विभिन्न कारणों से हटाए गए नाम भी विभागीय वेबसाइट में शामिल हैं। यदि किसी को लगता है कि उसका नाम गलती से हटाया गया है तो वह पुन: फार्म छह ए भर कर अपना नाम वोटर लिस्ट में शामिल करा सकता है। 

राधा रतूड़ी ने कहा कि दो प्रदेशों में वोटर लिस्ट में शामिल नाम भी अब पकड़े जा सकेंगे। भारत निर्वाचन आयोग के इआरओ नेट साफ्टवेयर से यह संभव हो पाएगा। यह एक समान नामों को अपने आप ही दिखा देगा। ऐसे लोगों को नोटिस देकर आगे की कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने बताया कि एक अक्टूबर 2016 से अब तक 313096 नए नाम वोटर लिस्ट में जोड़े गए हैं। इस अवधि में 157674 नाम हटाए गए हैं। हटाए गए नामों में 56148 मृत्यु के कारण, 89822 अन्यत्र शिफ्ट होने के कारण और 11704 डुप्लीकेट नाम शामिल हैं। 

प्रदेश में वोटरों की स्थिति

विधानसभा चुनाव 2017

महिला वोटर--------------3578810

पुरुष वोटर----------------3933564

थर्ड जेंडर------------------------185

कुल मतदाता-------------7512559

मौजूदा स्थिति 

महिला वोटर--------------3594693

पुरुष वोटर----------------3942311

थर्ड जेंडर-------------------------191

कुल वोटर-----------------7512559

नौ माह में बढ़े-------------24636 वोटर 

सर्विस वोटर जनवरी 2017-----------89000

सर्विस वोटर 10 अक्टूबर 2017-----81781

घटे---------------------------7219 वोटर

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