युवक की मौत, ग्रामीणों ने किया हंगामा
संवाद सूत्र त्यूणी रिश्तेदारी से घर लौट रहे किसोऊ निवासी बाइक सवार युवक की मयार खड्ड
संवाद सूत्र, त्यूणी: रिश्तेदारी से घर लौट रहे किसोऊ निवासी बाइक सवार युवक की मयार खड्ड के पास पहाड़ से अचानक गिरे पत्थर की चपेट में आने से दर्दनाक मौत हो गई। इसके अलावा एक अन्य युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। वहीं गुस्साए ग्रामीणों ने शव को सड़क पर रखकर विरोध शुरू कर दिया। देरशाम तक भी विरोध जारी रहा। जिसके चलते शव को पुलिस नहीं उठा पाई।
गुरुवार शाम को किसोऊ निवासी मदन धीमान व बायला निवासी रमेश जौनसार के चकराता ब्लाक से जुड़े सैंज बायला गांव में रिश्तेदारी में गए थे। जहां से दोनों बाइक पर हरिपुर-मीनस मार्ग से घर आ रहे थे। इस दौरान मयार खड्ड के पास पहाड़ से गिरे पत्थर की चपेट में आने से बाइक सवार मदन धीमान पुत्र श्रीचंद निवासी किसोऊ-जौनसार की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। जबकि साथी रमेश को गंभीर चोट आई। जिसे गंभीर अवस्था में एबुंलेंस से उपचार को देहरादून स्थित एक निजी अस्पताल पहुंचाया गया। घटना की सूचना से आसपास के लोग व स्वजन मौके पर पहुंचे और पीएमजीएसवाई एवं प्रशासन के विरुद्ध हंगामा कर विरोध जताया। युवक की मौत से गुस्साए ग्रामीणों ने शव को सड़क पर रख पुलिस-प्रशासन को देने से मना कर दिया। घटनास्थल पर पहुंचे नायब तहसीलदार चकराता केशव दत्त जोशी, राजस्व निरीक्षक खजान असवाल, राजस्व उपनिरीक्षक रोशनलाल शर्मा, जयालाल शर्मा व ईश्वरदत्त शर्मा आदि ने हंगामा कर रहे ग्रामीणों को समझाने का काफी प्रयास किया पर नाराज ग्रामीण मामले में दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग पर अड़ गए। ग्रामीणों ने कहा निर्माणाधीन जगथान-बुरायला मार्ग की कटिग का मलबा हरिपुर-मीनस मार्ग के ठीक ऊपर डपिग करने से मयार खड्ड जौनसार का दूसरा जजरेड़ बन गया है। जिससे यहां करीब तीन सौ मीटर हिस्से में सड़क के ऊपरी ओर स्थित पहाड़ से मलबा-पत्थर गिरने का सिलसिला पिछले कई दिनों से लगातार जारी है। शिकायत के बाद भी विभाग व प्रशासन में मामले में काई कार्रवाई नहीं कर रहा। अगर विभाग की ओर से समय रहते भूस्खलन जोन वाले मयार खड्ड में सुरक्षात्मक कार्य कराया होता तो युवक की जान बच जाती। बता दें इससे पूर्व भी चकराता की ब्लाक प्रमुख निधि राणा व उत्तराखंड जनजाति आयोग के अध्यक्ष मूरतराम शर्मा मयार खड्ड के पास पहाड़ से जारी भूस्खलन के चलते आमजन को आवागमन में हो रही परेशानी को लेकर अपनी नाराजगी प्रकट कर चुके हैं। बावजूद इसके पहाड़ से गिर रहे मलबे-पत्थर की रोकथाम व सड़क स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ। मामले में एसडीएम चकराता सौरभ असवाल का कहना है कि ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया जा रहा है। जिससे हादसे में मारे गए युवक के शव का पोस्टमार्टम कराया जा सके।