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तीन साल बाद हुई पीटीए की बैठक, शिक्षा व्यवस्था सुधारने पर ग्रामीण अभिभावकों ने दिया जोर

तहसील क्षेत्र से जुड़े सीमांत राजकीय इंटर कालेज भटाड़-कथियान में तीन साल बाद पीटीए की बैठक हुई।ग्रामीणों ने चार साल से अधूरे पड़े विद्यालय भवन का कार्य जल्द पूरा कराने व छात्र-छात्राओं की सुविधा को शौचालय निर्माण की मांग की।

By Edited By: Published: Sat, 04 Dec 2021 08:39 PM (IST)Updated: Sun, 05 Dec 2021 03:44 PM (IST)
तीन साल बाद हुई  पीटीए की बैठक, शिक्षा व्यवस्था सुधारने पर ग्रामीण अभिभावकों ने दिया जोर
क्षेत्र के ग्रामीण अभिभावकों ने एकजुट होकर विद्यालय की शिक्षा व्यवस्था सुधारने पर जोर दिया।

संवाद सूत्र, त्यूणी: तहसील क्षेत्र से जुड़े सीमांत राजकीय इंटर कालेज भटाड़-कथियान में तीन साल बाद पीटीए की बैठक हुई। इस दौरान क्षेत्र के ग्रामीण अभिभावकों ने एकजुट होकर विद्यालय की शिक्षा व्यवस्था सुधारने पर जोर दिया। ग्रामीणों ने चार साल से अधूरे पड़े विद्यालय भवन का कार्य जल्द पूरा कराने व छात्र-छात्राओं की सुविधा को शौचालय निर्माण की मांग की।

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बैठक में नई कार्यकारिणी का गठन करने के साथ विद्यालय की प्रमुख समस्याओं पर चर्चा हुई। इसमें देवेंद्र राणा को पीटीए का नया अध्यक्ष बनाया गया। इसके अलावा विद्यालय के प्रधानाचार्य पदेन उपाध्यक्ष व लक्षण शर्मा कोषाध्यक्ष नामित हुए। पीटीए की कार्यकारिणी में सेनपाल रावत, मुन्ना सिंह, कुंदन पंवार, विजय ¨सह, मनीष चौहान, आनंद चौहान आदि सदस्य चुने गए। सभी सदस्यों ने कहा कि साढ़े तीन सौ से अधिक छात्र संख्या वाले राइंका भटाड़-कथियान में बने पुराने शौचालय की हालत काफी खराब है, जिससे विद्यार्थियों को खुले में शौच जाना पड़ रहा है। ऐसे में सबसे ज्यादा परेशानी ग्रामीण छात्राओं को झेलनी पड़ रही है। छात्राओं की सुविधा को विद्यालय परिसर में नए शौचालय का निर्माण शीघ्र कराने की मांग की।

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इसके अलावा चार साल से अधूरे पड़े विद्यालय के नए भवन के निर्माण कार्य को पूरा कराने व शिक्षा व्यवस्था में सुधार के साथ अनुशासन बनाने पर भी जोर दिया। ग्रामीणों ने कहा कि, विद्यालय में कई छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा। उन्होंने छात्रवृत्ति और पुस्तकें नहीं मिलने की समस्या भी रखी। ग्रामीण अभिभावकों ने पिछले तीन साल में पीटीए व एसएमसी बजट का पूरा लेखा-जोखा अगली बैठक में प्रस्तुत करने को कहा। ग्रामीणों ने पढ़ाई में कमजोर छात्र-छात्राओं के लिए माह के अंतिम शनिवार को संबंधित विषय के शिक्षक व अभिभावकों के साथ काउंसलिंग कराने का सुझाव दिया, जिससे कमजोर विद्यार्थियों का शैक्षिक विकास हो सके। कहा कि, शिक्षक-अभिभावक को विद्यालय की शिक्षा व्यवस्था सुधारने को मिलकर प्रयास करने होंगे। इस मौके पर चमन ¨सह रावत, सेनपाल रावत, गोविंद सिंह, विजयपाल शर्मा, सतपाल राणा, फतेह सिंह चौहान, प्रधान केशरदास, प्रधान सरजीत, हरक सिंह रावत, दिनेश चौहान, हरिमोहन शर्मा आदि मौजूद रहे।

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